सोनभद्र नरसंहार: सीएम योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस और एसपी को ठहराया जिम्मेदार, मृतकों को साढ़े 18 लाख के मुआवजे का ऐलान
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह पाप कांग्रेस के नेताओं का है और जिन लोगों ने अपराध किया है उनके संबंध समाजवादी पार्टी के साथ है. सीएम योगी ने इस नरसंहार में मारे गए लोगों के लिए साढ़े 18.5 लाख, घायलों के लिए ढाई लाख रूपये के मुआवजे का ऐलान किया है.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योदी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) आज रविवार सोनभद्र नरसंहार में मारे गए लोगों के परिवार से मुलाकात की. इस मुलाकात के बाद सीएम योगी ने घटना के लिए कांग्रेस और सामाजवादी पार्टी को जिम्मेदार ठहराया. इस मुलाकात के बाद योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह पाप कांग्रेस के नेताओं का है और जिन लोगों ने अपराध किया है उनके संबंध समाजवादी पार्टी के साथ है. सीएम योगी ने इस नरसंहार में मारे गए लोगों के लिए साढ़े 18.5 लाख, घायलों के लिए ढाई लाख रूपये के मुआवजे का ऐलान किया है.
प्रेस कांफ्रेंस में प्रियंका गांधी पर हमला करते हुए सीएम योगी ने कहा कि उनकी सरकार इस वारदात की तह तक जाएगी और 'घड़ियाली आंसू' बहाने वालों का पर्दाफाश करेगी. सीएम ने कहा कि यह बात सामने आई है कि इस मामले की तह में कांग्रेस के नेताओं का पाप है. जिन लोगों ने यह पाप किया, उनकी समाजवादी पार्टी के साथ आर्थिक साझेदारी रही है. उन लोगों के खिलाफ सरकार ने सख्त कार्रवाई भी की है.
सीएम योगी ने बताया कि सरकार ने प्रधान और उनके सभी लोगों को गिरफ्तार किया है और हथियार भी बरामद किए हैं. इस मामले में दो कमेटी बनाई है. पुलिस के स्तर पर कहां लापरवाही हुई है इसकी भी जांच जारी है. सीएम ने कहा कि नेपाल से जुड़े बॉर्डरों पर हमने काम किया है. सोनभद्र में काम कर रहे हैं. इस तरह की घटनाएं भविष्य में ना हो इस पर काम किया जा रहा है.
सोनभद्र कांड
17 जुलाई बुधवार को सोनभद्र के घोरावल थाना क्षेत्र के मूर्तिया गांव में जमीन कब्जाने को लेकर फायरिंग हुई थी. गांव के बाहरी इलाके में सैकड़ों बीघा खेत है जिस पर गांव के कुछ लोग पुश्तैनी तौर पर खेती करते आ रहे हैं. गांव वालों के मुताबिक इस जमीन का एक बड़ा हिस्सा प्रधान के नाम पर है. ग्राम प्रधान यज्ञदत्त ने एक आईएएस अधिकारी से 100 बीघा जमीन खरीदी थी.
यज्ञदत्त ने इस जमीन पर कब्जे के लिए बड़ी संख्या में अपने साथियों के साथ पहुंचकर ट्रैक्टरों से जमीन जोतने की कोशिश की. स्थानीय ग्रामीणों ने इसका विरोध किया. इसके बाद ग्राम प्रधान पक्ष के लोगों ने गांव वालों पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं. जिसमें 10 लोगों की मौत हो गई, जबकि 23 लोग घायल हुए हैं. सोनभद्र कांड से सूबे की योगी सरकार सवाल के घेरे में है.