
मुंबई: शिवसेना (Shiv Sena) ने कोविड-19 (Coronavirus) पर बयान को लेकर महाराष्ट्र बीजेपी के प्रवक्ता अवधूत वाघ के खिलाफ मंगलवार को कार्रवाई की मांग की. पार्टी ने कार्रवाई की मांग इसलिए की क्योंकि वाघ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की लॉकडाउन संबंधी घोषणा की आलोचना करने पर राज्य के मंत्री जयंत पाटिल (Jayant Patil) पर निशाना साधते हुए अजीबोगरीब टिप्पणी की थी. वाघ ने सांगली निर्वाचन क्षेत्र में कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए 25 मरीजों के मामले के संबंध में कहा था कि उन्हें (पाटिल को) प्रधानमंत्री मोदी के देशव्यापी बंद की आलोचना करने की 'सजा' मिली है. पाटिल सांगली निर्वाचन क्षेत्र से आते हैं.
शिवसेना ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ में कहा कि ऐसी टिप्पणियां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की न सिर्फ छवि खराब करती हैं बल्कि ज्योतिबा फूले, साहू महाराज और बी आर आंबेडकर जैसे समाज सुधारकों एवं प्रगतिशील नेताओं की विरासत को आहत करती हैं. पार्टी ने कहा, “अवधूत वाघ ने जो कहा वह अंधविश्वास विरोधी कानूनों के तहत कार्रवाई करने के लिए एकदम उचित है.” संपादकीय में कहा गया, “जब लोग बंद का उल्लंघन करते हुए बाहर आ जाते हैं, तो यह मोदी या महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री की गलती नहीं है. जिन लोगों ने अपनी यात्रा के विवरण छिपाए और पृथक रहने संबंधी नियमों का उल्लंघन किया वही राज्य में यह संकट लेकर आए हैं.” यह भी पढ़ें: कोरोना वायरस से जंग: पुडुचेरी में बीजेपी नेता के खिलाफ मामला दर्ज, लॉकडाउन में नियम तोड़ने का लगा आरोप
एक अजीब बयान में वाघ ने रविवार को कहा था कि राकांपा नेता एवं राज्य जल संसाधन मंत्री जयंत पाटिल को मोदी की आलोचना करने के लिए “सजा” मिली. पाटिल पश्चिमी महाराष्ट्र के सांगली जिले से हैं जहां इस्लामपुर तहसील के एक परिवार के 25 सदस्यों में कोविड-19 की पुष्टि हुई थी. इस्लामपुर पाटिल का विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र है. पाटिल ने एक के बाद एक कई ट्वीट कर कहा था कि 24 मार्च को रात आठ बजे बंद की घोषणा करने के बजाय प्रधानमंत्री को प्रवासी मजदूरों को पर्याप्त समय देना चाहिए था ताकि वह बंद के प्रभाव का सामना करने के लिए आवश्यक प्रबंध कर सकें.
वाघ की टिप्पणी पाटिल के बयान के खंडन में आयी थी. बीजेपी नेता की टिप्पणियों की आलोचना करते हुए शिवसेना ने कहा, “राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप मोदी के बड़े प्रशंसक हैं और इसके बावजूद कोरोना वायरस ने अमेरिका में कोहराम मचा रखा है. न्यूयॉर्क जैसा शहर चुप हो गया है. क्या कोई स्पष्ट कर सकता है कि इस्लामपुर और न्यूयॉर्क को किसने सजा दी?” पार्टी ने कहा जब वायरस अपना शिकंजा कसता जा रहा है तब बीजेपी के प्रवक्ता जो चाहे कह रहे हैं.