शरद पवार का विवादित बयान, कहा- केवल पुलवामा जैसी घटना महाराष्ट्र में बदल सकती है लोगों का मूड
एनसीपी प्रमुख शरद पवार (Photo Credits: IANS)

महाराष्ट्र (Maharashtra) विधानसभा चुनाव से पहले राजनैतिक सरगर्मियां बढ़ गईं हैं. इस बीच एनसीपी प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) लगातार विवादों में घिरते नजर आ रहे हैं. अपने एक नए बयान में शरद पवार ने कहा केवल पुलवामा हमले जैसी घटना महाराष्ट्र के लोगों के मूड को बदल सकती है. बीजेपी पर हमला करते हुए शरद पवार ने कहा राज्य में लगातार देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली सरकार के लिए नाराजगी है, ऐसे में केवल पुलवामा जैसी घटना ही लोगों का मूड बदल सकती है. शरद पवार ने कहा 'लोकसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के खिलाफ गुस्से और तनातनी का माहौल था. लेकिन, सीआरपीएफ जवानों पर पुलवामा में हुए हमले ने पूरे परिदृश्य को बदल दिया था.'

औरंगाबाद में शुक्रवार को एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए पवार ने कहा, अब लोगों के दिमाग को पुलवामा जैसी घटना से ही बदला जा सकता है.' पवार ने यह भी दावा किया कि जब उन्होंने इस साल फरवरी में हुए पुलवामा हमले के बारे में पूछताछ की तो उन्हें शक था कि यह जानबूझकर किया गया था.

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 शरद पवार ने आगे कहा कि एयरस्ट्राइक ने मोदी सरकार की लोकप्रियता को बढ़ाने में मदद की. शरद पवार ने यह भी दावा किया कि मोदी की लोकप्रियता महाराष्ट्र में काम नहीं आएगी क्योंकि लोग फडणवीस सरकार से नाराज हैं. बता दें कि जम्मू कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को एक आत्मघाती हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे. इसका बदला लेते हुए मोदी सरकार ने 26 फरवरी को पाकिस्तान के बालाकोट में स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ठिकानों को नेस्तानाबूत कर दिया था.

इससे पहले शरद पवार ने अपने एक बयान में पाकिस्तान की तारीफों में कसीदे पढ़ते हुए कहा था कि, 'जो प्यार उन्हें पाकिस्तान में मिला है, वैसा कहीं नहीं मिला. मैं पाकिस्तान गया था, वहां मेरा सत्कार हुआ. पाकिस्तानी ये मानते हैं कि बेशक वह अपने रिश्तेदारों से मिलने के लिए भारत नहीं जा सकते, लेकिन वह भारतीयों के साथ अपने रिश्तेदारों जैसा व्यवहार ही करते हैं." एनसीपी चीफ ने कहा, "यहां लोग कहते हैं कि पाकिस्तानी अन्याय झेल रहे हैं और खुश नहीं हैं, लेकिन ये सच नहीं है. ये बयान केवल राजनीतिक लाभ के लिए दिए जाते हैं, भारत का शासक वर्ग झूठी बातें फैला रहा है."