PM मोदी पर मुसलमानों का भरोसा बढ़ा, 2019 के लिए बन गए है पसंदीदा प्रधानमंत्री उम्मीदवार: शाहनवाज
बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने रविवार को प्रधानमंत्री मोदी की जमकर तारीफ की. इस दौरान उन्होंने विपक्षी पार्टियों को जमकर कोसा वहीं पीएम मोदी को आगामी लोकसभा चुनावों में मुसलमानों का सबसे पसंदीदा उम्मीदवार बताया. उन्होंने ने कहा की देश के प्रधानमंत्री पर मुसलमानों का भरोसा बढ़ा है.
नई दिल्ली: बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने रविवार को प्रधानमंत्री मोदी की जमकर तारीफ की. इस दौरान उन्होंने विपक्षी पार्टियों को जमकर कोसा वहीं पीएम मोदी को आगामी लोकसभा चुनावों में मुसलमानों का सबसे पसंदीदा उम्मीदवार बताया. उन्होंने ने कहा की देश के प्रधानमंत्री पर मुसलमानों का भरोसा बढ़ा है.
बीजेपी के वरिष्ठ नेता शाहनवाज ने कहा, ‘‘2019 के चुनाव के लिए प्रधानमंत्री पद के पसंदीदा उम्मीदवार नरेंद्र मोदी हैं क्योंकि वह देश के सभी 132 करोड़ लोगों को सिर्फ भारतीय के रूप में देखते हैं. जबकि अन्य पार्टियां उन्हें वोट बैंक के रूप में देखती हैं.’’ हुसैन ने कहा कि मोदी पर मुसलमानों में, खासतौर पर महिलाओं के बीच विश्वास बढ़ा है.
हुसैन ने देश के मुसलमानों में गरीबी और उनके पिछड़ेपन के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि पार्टी ने समुदाय के साथ अन्याय किया है जबकि मोदी ने उन्हें न्याय प्रदान किया है.
उन्होंने कहा कि 2014 में कुछ लोग नरेंद्र मोदी का नाम लेकर दूसरों को डराया करते थे. आज, मुस्लिम समुदाय में बड़ी संख्या में लोग यह महसूस कर रहे हैं कि वह मोदी दिन रात काम करने वाले व्यक्ति हैं. मोदी ने सभी 132 करोड़ भारतीयों के साथ समान व्यवहार किया है.
हुसैन ने कहा कि अन्य पार्टियां मोदी और भाजपा की दहशत फैला कर मुसलमानों के वोट लिया करती हैं लेकिन प्रधानमंत्री ने उस डर को दूर कर दिया है. उन्होंने कहा कि मोदी ने मुसलमानों के खिलाफ एक भी वाक्य नहीं कहा है.
कांग्रेस सहित सभी विपक्षी पार्टिया बीजेपी और प्रधानमंत्री मोदी को मुसलमान और अल्पसंख्यक विरोधी बताकर वोट मांगती है. आगामी पांच राज्यों में विधानसभा और 2019 लोकसभा चुनावों से पहले कई दल मुस्लिम वोटो को अपनी ओर खींचने में जुटे हैं. दरअसल करोड़ की आबादी में मुसलमान करीब 14 फीसदी हैं. उत्तर प्रदेश, बिहार झारखंड, असम, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, केरल और जम्मू कश्मीर सरकार के गठन में इस समुदाय का विशेष जोर चलता है.