अहमदाबाद: भारत के लौह पुरूष सरदार वल्लभभाई पटेल (Sardar Vallabhbhai Patel Jayanti 2019) की 144वीं जयंती के मौके पर उनकी याद में देशभर में कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है. आज सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात में बने विश्व प्रसिद्ध स्टैच्यू ऑफ यूनिटी (Statue of Unity) पर पुष्पाजंलि अर्पित की. पीएम मोदी के अलावा कैबिनेट मंत्रियों और देश के तमाम नेताओं ने महापुरुष को श्रद्धांजलि अर्पित की. हालांकि कांग्रेस (Congress) के आतंरिक अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की ओर से कुछ नहीं कहा गया है. जिसके बाद गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी (Vijay Rupani) ने दोनों नेताओं पर निशाना साधा है.
विजय रुपाणी ने ट्वीट कर कहा कि पूरा देश महान सरदार पटेल को उनकी जयंती पर नमन कर रहा है. लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने महान शूरवीर को श्रद्धांजलि देने का मूल शिष्टाचार भी नहीं दिखाया. इस बात से दुखी हूं लेकिन मुझे आश्चर्य नहीं हुआ है. नेशनल आइकन के लिए ऐसी अवमानना विश्वास से परे है!
When entire nation is bowing to the great Sardar Patel on his Jayanti, sad but not surprising to see Congress President Sonia Gandhi & Mr. Rahul Gandhi not having even basic courtesy of paying tributes to the great stalwart! Such contempt for a national icon is beyond belief!
— Vijay Rupani (@vijayrupanibjp) October 31, 2019
हालांकि, कांग्रेस पार्टी की ओर से सरदार पटेल को उनकी जयंती के अवसर पर श्रद्धांजलि अर्पित की गई है. वहीं कांग्रेस महासचिव और राहुल गांधी की बहन प्रियंका गांधी वाड्रा ने भारत रत्न सरदार पटेल को याद करते हुए बीजेपी पर जमकर हमला बोला.
..ऐक्शन से दो चीज़ें स्पष्ट होती हैं:
1. उनका अपना कोई स्वतंत्रता सेनानी महापुरुष नहीं है। तक़रीबन सभी कांग्रेस से जुड़े थे।
2. सरदार पटेल जैसे महापुरुष को एक न एक दिन उनके शत्रुओं को भी नमन करना पड़ता है।
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— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) October 31, 2019
उन्होंने ट्वीट कर कहा ‘सरदार पटेल कांग्रेस के निष्ठावान नेता थे जो कांग्रेस की विचारधारा के प्रति समर्पित थे. वह जवाहरलाल नेहरू के क़रीबी साथी थे और आरएसएस के सख़्त ख़िलाफ थे. आज बीजेपी द्वारा उन्हें अपनाने की कोशिशें करते हुए और उन्हें श्रद्धांजलि देते देख के बहुत ख़ुशी होती है, क्योंकि बीजेपी के इस ऐक्शन से दो चीज़ें स्पष्ट होती हैं: उनका अपना कोई स्वतंत्रता सेनानी महापुरुष नहीं है. तक़रीबन सभी कांग्रेस से जुड़े थे. वहीं दूसरी की सरदार पटेल जैसे महापुरुष को एक न एक दिन उनके शत्रुओं को भी नमन करना पड़ता है.
उल्लेखनीय है कि सरदार पटेल की जयंती के अवसर पर “एक भारत- श्रेष्ठ भारत” के लक्ष्य को प्राप्त करने की भावना के अनुरूप देश भर में “एकता दौड़” का आयोजन किया गया. प्रधानमंत्री मोदी ने श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि राष्ट्र के प्रति सरदार पटेल का योगदान स्मरणार्थ है. वो भारत को एकता के सूत्र में बांधने वाले महान वीर थे. सरदार पटेल किसानों के नेता और महान प्रशासक थे और निर्धनों के हितों की रक्षा करने के मुद्दे पर समझौता नहीं करने वाले थे. भारत सरदार पटेल के असाधारण योगदान का हमेशा स्मरण करता रहेगा.”