नई दिल्ली: मोदी सरकार (Modi Govt) ने कृषि से जुड़े बिल को राज्यसभा में पास होने के बाद पूरे देश में विरोध प्रदर्शन हो रहा है. किसानों की मांग है कि सरकार किसान से जुड़े जो भी बिल पास हुआ है. उस बिल को वह वापस ले. किसान से जुड़े बिल को वापस लेने को लेकर भारतीय किसान यूनियन और अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति ने 25 सितंबर को भारत बंद बुलाया है. जिस बंद को किसान से जुड़े सभी संगठनों ने अपना समर्थन दिया हैं.
किसानों का देशव्यापी बंद बुलाने को लेकर कहना है कि राज्यसभा में पास कृषि बिल से किसानों का नुकसान होने वाला है. इसलिए सरकार राज्यसभा में पास दोनों बिल को वापस ले. सरकार यदि इस बिल को वापस नहीं लेती है तो आने वाले दिनों में उनका प्रदर्शन और उग्र हो सकता है. किसानों की मांग है कि राज्यसभा में पास दो बिल और तीसरी बिल जो राज्यसभा में पास होने वाला है. उसे वापस लिया जाये. यह भी पढ़े: Bandh in Punjab and Haryana: कृषि बिल को लेकर पंजाब और हरियाणा 25 सितंबर को बंद, सरकार ने फैसले को वापस नहीं लिया तो BKU का भी रहेगा समर्थन
बता दें कि इस बिल को लेकर जहां किसान यूनियन का 25 सितंबर को भारत बंद बुलाया है. वहीं वहीं जन अधिकार पार्टी के संरक्षक व पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने एनडीए सरकार द्वारा लाए गए कृषि विधेयक के खिलाफ सड़क पर उतरने का ऐलान किया. उनकी पार्टी ने इस बिल के विरोध में 27 सितंबर को बिहार बंद बुलाया हैं.