Rajasthan Political Crisis: राजस्थान में CM अशोक गहलोत से जारी विवाद के बीच सचिन पायलट ने किया ये ट्वीट
राजस्थान में जारी सियासी ड्रामा के बीच राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने रविवार यानि आज कारगिल विजय दिवस के 21 साल पुरे होने पर ट्वीट करते हुए लिखा, 'कारगिल विजय दिवस के अवसर पर 1999 के कारगिल युद्ध में अपने अदम्य साहस, अद्भुत पराक्रम एवं शौर्य से दुश्मनों को पराजित कर देश को गौरवान्वित करने वाले मां भारती के वीर सपूतों को सादर नमन.
जयपुर: राजस्थान (Rajasthan) में जारी सियासी ड्रामा के बीच राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट (Sachin Pilot) ने रविवार यानि आज कारगिल विजय दिवस (Kargil Vijay Diwas) के 21 साल पुरे होने पर ट्वीट करते हुए लिखा, 'कारगिल विजय दिवस के अवसर पर 1999 के कारगिल युद्ध में अपने अदम्य साहस, अद्भुत पराक्रम एवं शौर्य से दुश्मनों को पराजित कर देश को गौरवान्वित करने वाले मां भारती के वीर सपूतों को सादर नमन. हमारे देश के वीर जवान हमारा गौरव हैं.'
बता दें कि इससे पहले देश के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'कारगिल विजय की 21वीं वर्षगांठ पर मैं भारतीय सशस्त्र बलों के उन बहादुर सैनिकों को सलाम करना चाहता हूं, जिन्होंने हाल के इतिहास में दुनिया की सबसे चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में दुश्मनों का मुकाबला किया.'
इसके अलावा राजनाथ सिंह ने एक अन्य ट्वीट में लिखा कि, 'मैं उन लोगों का आभारी हूं जो युद्ध में अक्षम होने के बावजूद अपने तरीके से देश की सेवा करते रहे और अनुकरण के योग्य उदाहरण स्थापित किए.' इसके अलावा उन्होंने कहा, 'कारगिल विजय दिवस वास्तव में उत्कृष्ट सैन्य सेवा, अनुकरणीय वीरता और बलिदान की भारत की गौरवशाली परंपरा का उत्सव है. हमारे सशस्त्र बलों के अटूट साहस और देशभक्ति ने सुनिश्चित किया है कि भारत सकुशल और सुरक्षित है.'
वहीं देश के गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने इस मौके पर ट्वीट करते हुए कहा कि, 'करगिल विजय दिवस भारत के स्वाभिमान, अद्भुत पराक्रम और दृढ़ नेतृत्व का प्रतीक है. मैं उन शूरवीरों को नमन करता हूँ, जिन्होंने अपने अदम्य साहस से करगिल की दुर्गम पहाड़ियों से दुश्मन को खदेड़ कर वहाँ पुनः तिरंगा लहराया. मातृभूमि की रक्षा के लिए समर्पित भारत के वीरों पर देश को गर्व है.'
बता दें कि 26 जुलाई 1999 में मई से जूलाई तक चले पाकिस्तान से युद्ध में भारतीय सेना ने जबरदस्त पराक्रम दिखाते हुए विरोधी सेना को जंग के मैदान में धुल चटाई थी.