RSS मानहानि मामला: राहुल गांधी आज भिवंडी की अदालत में होंगे पेश, ये है पूरा कार्यक्रम
बताना चाहते है कि कोर्ट में बयान दर्ज कराने के बाद मंबई वापस आकर पार्टी नेताओं और कार्यकर्ता से मुलाकात करेंगे. 2019 के लोकसभा चुनाव की तैयारी के लिए कांग्रेस करीब 15 हजार बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं के एक कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे.
मुंबई: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी आज महाराष्ट्र के भिवंडी की अदालत में पेश होकर अपना बयान दर्ज करायेंगे. बता दें कि आरएसएस (RSS) के ख़िलाफ़ कथित टिप्पणियों को लेकर राहुल के ख़िलाफ़ आपराधिक मानहानि के केस में मजिस्ट्रेट अदालत में उनकी पेशी होनी है. जहां उनके ख़िलाफ़ आरोप तय हो सकता है. गौरतलब है कि संघ कार्यकर्ता राजेश कुंटे ने 2014 में भिवंडी में राहुल गांधी का भाषण सुनने के बाद उनके खिलाफ केस दर्ज किया था. राहुल ने उस भाषण में कहा था कि महात्मा गांधी की हत्या के पीछे आरएसएस का हाथ था. राहुल मानहानि मामले में भिवंडी कोर्ट में बयान दर्ज कराने के लिए सुबह 8 बजे मुंबई एयरपोर्ट पहुंच गए. इसके बाद सीधे वे भिवंडी के लिए रवाना हो गए.
राहुल गांधी की ओर से पेश भिवंडी के फौजदारी वकील नारायण अय्यर के अनुसार, अदालत 2014 के मामले में कांग्रेस अध्यक्ष के खिलाफ आरोप तय कर सकती है. मानहानि मामला छह मार्च 2014 को एक चुनावी रैली में राहुल गांधी के कथित बयान से जुडा है जिसमें आरएसएस को महात्मा गांधी की हत्या से जोड़ा गया था.
पिछले सप्ताह मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष संजय निरूपम ने कहा था कि राहुल गांधी दिन में करीब 11 बजे यहां पास की भिवंडी अदालत में पेश होंगे. दो मई को अदालत ने गांधी से 12 जून को उसके सामने पेश होने को कहा था. आरएसएस के एक स्थानीय कार्यकर्ता राजेश कुंते ने यह मामला दर्ज कराया था.
बताना चाहते है कि कोर्ट में बयान दर्ज कराने के बाद मंबई वापस आकर पार्टी नेताओं और कार्यकर्ता से मुलाकात करेंगे. 2019 के लोकसभा चुनाव की तैयारी के लिए कांग्रेस करीब 15 हजार बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं के एक कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे. ये कार्यक्रम बॉम्बे प्रदर्शनी केंद्र गोरगांव में है. इसके अलावा पार्टी नेताओं के साथ बैठक करेंगे.
गौरतलब है कि इससे पहले राहुल गांधी ने इस मामले को खारिज कराने के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था. इस पर शीर्ष अदालत ने कहा था कि उन्हें इस तरह से किसी संस्था को बदनाम नहीं करना चाहिए था. अगर वे इस मामले में अफसोस जाहिर नहीं करते हैं तो उन्हें कोर्ट में ट्रायल का सामना करना पड़ेगा. राहुल गांधी ने इसे खारिज करते हुए अदालती कार्यवाही में शामिल होने की बात कही थी.