Rahul Gandhi On Adani Bribery Case: अडानी को बचा रहे हैं पीएम मोदी! 2200 करोड़ के रिश्वत केस पर बोले राहुल गांधी

नई दिल्ली: अमेरिकी अभियोजकों द्वारा गौतम अडानी और अन्य के खिलाफ कथित सोलर एनर्जी कॉन्ट्रैक्ट रिश्वत मामले में आरोप तय किए जाने पर लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अडानी समूह पर तीखा हमला किया.

राहुल गांधी ने कहा, "यह मेरा कर्तव्य है कि इस मामले को संसद में उठाऊं. प्रधानमंत्री मोदी 100% इस व्यक्ति (गौतम अडानी) की रक्षा कर रहे हैं. अडानी ने भ्रष्टाचार के माध्यम से भारत की संपत्तियां हासिल की हैं और वह भाजपा को समर्थन देते हैं. यह स्पष्ट है."

राहुल गांधी ने कहा, 'मुझे आश्चर्य हो रहा है कि अदाणी इस देश में एक स्वतंत्र व्यक्ति की तरह क्यों घूम रहे हैं. मुख्यमंत्रियों को गिरफ्तार किया गया है...अडानी जी ने जाहिर तौर पर 2000 करोड़ रुपये का एक घोटाला किया है और संभवतः कई अन्य घोटाले किए हैं, लेकिन वह बेखौफ घूम रहे हैं...हम इसे बार-बार दोहरा रहे हैं...यह इस बात की पुष्टि है कि हम क्या कह रहे हैं, प्रधानमंत्री अडानी  को बचा रहे हैं और प्रधानमंत्री अडानी के साथ भ्रष्टाचार में शामिल हैं...'

JPC और गिरफ्तारी की मांग 

राहुल गांधी ने कहा कि विपक्ष की जॉइंट पार्लियामेंट्री कमिटी (JPC) की मांग बरकरार है, लेकिन वह यह भी चाहते हैं कि गौतम अडानी को गिरफ्तार किया जाए. हालांकि, उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी अडानी के "संरक्षक" हैं और उनके रहते यह संभव नहीं होगा.

अमेरिकी मामले से जुड़े आरोप 

अमेरिकी अभियोजकों ने गौतम अडानी और उनके सहयोगियों पर सोलर एनर्जी परियोजना में रिश्वत देने का आरोप लगाया है. इस मामले ने अडानी समूह की छवि को और विवादों में डाल दिया है. राहुल गांधी ने इसे लेकर सरकार की चुप्पी पर भी सवाल उठाए.

सत्ता और उद्योगपतियों के रिश्तों पर सवाल 

राहुल गांधी ने भाजपा और अडानी समूह के बीच करीबी संबंधों का दावा किया और आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री अडानी की रक्षा करने के लिए हर संभव कदम उठा रहे हैं. उन्होंने कहा, "हम इस मुद्दे को बार-बार उठाएंगे, क्योंकि यह देश की संपत्तियों और ईमानदारी का मामला है."

सरकार की प्रतिक्रिया का इंतजार 

अडानी समूह और भाजपा की ओर से अब तक राहुल गांधी के इन आरोपों पर कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है. लेकिन यह मामला संसद के आगामी सत्र में बड़ा राजनीतिक मुद्दा बन सकता है.