नई दिल्ली:- ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी का दामन थामने के बाद शुरू हुआ सियासी उठापटक अब भी जारी है. एक तरफ जहां कांग्रेस ( Congress) के नेता लगातार ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya scindia) पर हमला कर रहे हैं. तो वहीं अपने सबसे करीबी दोस्त रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया पर राहुल गांधी ने भी चुप्पी तोड़ते हुए बयान दे डाला. राहुल गांधी ( Rahul Gandhi) ने कहा कि ये विचारधारा की लड़ाई है, एक तरफ कांग्रेस की विचारधारा है, दूसरी तरफ RSS-BJP की विचारधारा है,ज्योतिरादित्य सिंधिया की विचारधारा का मुझे पता है, उनको अपने राजनीतिक भविष्य ( Political Future) की चिंता है, उन्होंने अपनी विचारधारा को जेब में रख दिया और BJP के साथ चले गए.
राहुल गांधी ने कहा कि सच्चाई ये है कि वहां पर न उनको सम्मान मिलेगा, न उनके मन में जो भावनाएं हैं उनको संतुष्टि मिलेगी। वो समझ जाएंगे. मैं भारत के लोगों का ध्यान एक बहुत गंभीर समस्या की तरफ दिला रहा हूं, मुख्य समस्या यह है कि हमारी सबसे बड़ी ताकत हमारी अर्थव्यवस्था अब बहुत कमजोरी हो गई है.
राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर तंज कसते हुए आगे कहा कि नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार ने भारत की अर्थव्यवस्था को नष्ट कर दिया है और उनके मुंह से इसके बारे में एक शब्द भी नहीं निकलता. प्रधानमंत्री को बताना चाहिए कि वो देश की अर्थव्यवस्था के लिए क्या कर रहे हैं और इस हालत का कारण क्या है. राहुल गांधी ने कहा, स्टाक मार्केट में जो आज हुआ, जो कल हुआ लाखों लोगों का नुकसान हुआ, अर्थव्यवस्था की जो हालत है वो सबको दिख रही है. मैं कई दिनों कह रहा हूं कि कोरोना वायरस एक गंभीर समस्या है. सरकार ने इसपर भी जिस प्रकार से एक्शन लेना था वो नहीं लिया.
राहुल गांधी ने कहा:-
#WATCH Rahul Gandhi, Congress: This is a fight of ideology, on one side is Congress & BJP-RSS on the other. I know Jyotiraditya Scindia's ideology, he was with me in college, I know him well. He got worried about his political future, abandoned his ideology and went with RSS. pic.twitter.com/YhtNEam29f
— ANI (@ANI) March 12, 2020
MP बना सियासी अखाड़ा
मध्यप्रदेश में सियासी खींचतान के बीच सभी की नजरें टिकी हैं कि क्या कमलनाथ की सरकार फ्लोर टेस्ट में पास हो जाएगी. या फिर ज्योतिरादित्य सिंधिया की पटखनी से चारो खाने चित्त हो जाएगा. दरअसल इस लड़ाई में कमलनाथ की सरकार पास होने दावा तो कर रही है लेकिन यह भी सामने आ चूका है कि , सरकार को समर्थन देने वाले 22 विधायक अपने इस्तीफे का ऐलान कर चुके हैं. वहीं बीजेपी राज्य सरकार को अल्पमत में बताते हुए मुख्यमंत्री से इस्तीफे की मांग कर रही है. इस्तीफा देने वाले विधायक इन दिनों बेंगलुरू में हैं.