कोरोना वायरस महामारी का प्रभाव कम होने के बाद प्रियंका गांधी लखनऊ में हो सकती हैं शिफ्ट
सरकार द्वारा कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को एक महीने के भीतर सरकारी बंगला 35 लोधी एस्टेट खाली करने का नोटिस भेजे जाने के बाद पार्टी सूत्रों ने कहा कि पार्टी की पूर्वी उत्तर प्रदेश प्रभारी होने के नाते उनके लखनऊ शिफ्ट होने की संभावना है. बंगला खाली करने का नोटिस दिए जाने के बाद कांग्रेस ने कहा कि यह अनुचित है.
नई दिल्ली, 3 जुलाई: सरकार द्वारा कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) को एक महीने के भीतर सरकारी बंगला 35 लोधी एस्टेट खाली करने का नोटिस भेजे जाने के बाद पार्टी सूत्रों ने कहा कि पार्टी की पूर्वी उत्तर प्रदेश प्रभारी होने के नाते उनके लखनऊ शिफ्ट होने की संभावना है. प्रियंका गांधी के करीबी सूत्रों ने कहा कि वह कोविड-19 महामारी (Covid-19 Epidemic) में कमी होने के बाद शिफ्ट हो जाएंगी.
लेकिन, कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी (Abhishek Singhvi) ने कहा, "वह अक्सर लखनऊ जाती रही हैं और वह कौन से कदम उठाएंगी, उन पर उनका अधिकार होगा और दबाव में नहीं आएंगी. वह आम आदमी के साथ खड़ी रहेंगी क्योंकि वह उनके मुद्दों को उठा रही हैं."
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बंगला खाली करने का नोटिस दिए जाने के बाद कांग्रेस ने कहा कि यह अनुचित है. पार्टी प्रवक्ता सिंघवी ने कहा कि खतरा नहीं बदला है, केवल सुरक्षा एजेंसी बदल गई है. उन्होंने कहा कि सभी सुविधाओं के बिल प्रियंका गांधी द्वारा भुगतान किए गए हैं. माना जा रहा है कि प्रियंका ने लखनऊ के हजरत गंज इलाके में दिवंगत कांग्रेस नेता शीला कौल के घर पर अपनी सहमति दे दी है. महामारी से पहले अपनी लखनऊ यात्रा के दौरान वह उस घर में रुकी थीं.