महाबलीपुरम मंदिर में पीएम मोदी और शी जिनपिंग हुए सांस्कृतिक कार्यक्रम में शामिल, जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद पहली मुलाकात
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद पहली बार चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग भारत यात्रा पर हैं. उनके इस 48 घंटे की भारत यात्रा के दौरान भारत-चीन के बीच कई मुद्दों पर चर्चा होनी है. चीनी राष्ट्रपति के सम्मान में महाबलीपुरम के शोर मंदिर में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जहां शि जिनपिंग और पीएम मोदी ने शिरकत की.
महाबलीपुरम: जम्मू-कश्मीर (Jammu And Kashmir) से अनुच्छेद 370 (Article 370) हटाए जाने के बाद पहली बार चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Chinese President Xi Jinping) भारत यात्रा पर हैं. उनके इस 48 घंटे की भारत यात्रा के दौरान भारत-चीन के बीच कई अहम मुद्दों पर चर्चा होनी है. शुक्रवार की दोपहर 2 बजे के आसपास शी जिनपिंग का विमान चेन्नई एयरपोर्ट पर लैंड हुआ और फिर वहां से वे महाबलीपुरम (Mahabalipuram) पहुंचे, जहां परंपरागत पोशाक वेस्टी और टुंडु पहने हुए पीएम नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने उनका स्वागत किया. बता दें कि तमिलनाडु (Tamilnadu) के महाबलीपुरम में भारत और चीन के बीच यह इन्फॉर्मल समिट हो रही है. हालांकि महाबलीपुरम पहुंचते ही पीएम मोदी, शी जिनपिंग के साथ महाबलीपुरम के स्मारक समूह के के पास पहुंचे और चीनी राष्ट्रपति को महाबलीपुरम के गौरवशाली इतिहास से रूबरू कराया.
शोर मंदिर पहुंचे पीएम मोदी और शी जिनपिंग-
इसके बाद चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग और पीएम मोदी महाबलीपुरम के शोर मंदिर पहुंचे, जहां शी जिनपिंग के आगमन की खुशी में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस मंदिर में कथककली और भरतनाट्यम के बाद रामलीला का मंचन किया गया. दोनों देशों के इन दिग्गज नेताओं ने इस मंदिर में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम का आनंद लिया. यह भी पढ़ें: चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से तमिल लिबास में मिले पीएम नरेंद्र मोदी, महाबलीपुरम में शुरू हुआ भारत-चीन दोस्ती का नया अध्याय
सांस्कृतिक कार्यक्रम में शी जिनपिंग और पीएम मोदी-
बता दें कि महाबलीपुरम का शोर मंदिर यूनेस्को की वर्ल्ड हेरिटेज साइट यानी विश्व धरोहरों की सूची में शामिल है और इसी मंदिर में चीनी राष्ट्रपति के सम्मान में यह सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया गया है.
देखें वीडियो-
गौरतलब है कि शोर मंदिर में पहुंचने के बाद शी जिनपिंग विदेश मंत्री एस जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल से मिले और फिर सांस्कृतिक कार्यक्रम में शामिल हुए. इस कार्यक्रम की सबसे खास बात तो यह रही कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के प्रिय भजन रघुपति राघव राजाराम के साथ इसका समापन किया गया.