नई दिल्ली: देश का पंजाब राज्य नशे की चपेट में है. पंजाब में नशे की चपेट में केवल पुरुष या नौजवान ही नहीं, बल्कि महिलाएं भी हैं. वही इस बयान के जरिए पंजाब कांग्रेस के कद्दावर नेता अकाली-बीजेपी गठबंधन सरकार पर निशाना साधा करते थे. इसका फायदा पंजाब विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को भी मिला. लेकिन नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) का नजरिया कुछ और ही. एक बयान में उन्होंने कहा कि हेरोइन से बेहतर ओपियम है और उनकी समझ से ओपियम को कानूनी मान्यता दे देनी चाहिए.
इससे पहले ड्रग्स के दुष्चक्र पर लगाम लगाने के लिए पंजाब सरकार ने अहम फैसला किया है. सीएम अमरिंदर सिंह (Chief Minister Captain Amarinder Singh) ने पुलिसकर्मियों समेत सभी सरकारी कर्मचारियों के लिए डोप टेस्ट अनिवार्य कर दिया है. यह भी पढ़े-BJP का नवजोत सिंह सिद्धू पर बड़ा हमला, कहा- वे पाकिस्तान के एजेंट की तरह बोल रहे हैं
Punjab CM Capt Amarinder Singh has ordered mandatory dope test of all govt employees, including police personnel, from the time of their recruitment through every stage of their service. He directed the Chief Secy to work out modalities & have the necessary notification issued. pic.twitter.com/7iTGurmM7G
— ANI (@ANI) July 4, 2018
पंजाब सरकार (Punjab Govt) के आदेश के मुताबिक कर्मचारियों की नियुक्ति के समय और उसके बाद सेवाकाल के दौरान अलग अलग समय पर डोप टेस्ट अनिवार्य होगा। सीएम अमरिंदर सिंह ने इस संबंध में चीफ सेक्रेटरी को विस्तार से प्रक्रिया निर्धारण और अधिसूचना जारी करने के निर्देश दिए हैं.
इसी कड़ी में सोमवार को इस संबंध में राज्य सरकार ने एनडीपीएस (NDPS) एक्ट में भी संशोधन की सिफारिश की ताकि जो शख्स पहली बार इस मामले में दोषी ठहराया जाए उन्हें भी मौत की सजा दी जा सके.