राहुल गांधी ने राज्यपाल मलिक के सवाल पर दिया जवाब, कहा- 'विमान नहीं, बस लोगों से मिलने की दें छूट'
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने राज्यपाल मलिक के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि, 'विपक्षी नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल को मैं आपके विनम्र निमंत्रण पर जम्मू-कश्मीर और लद्दाख ले जाऊंगा. मगर वहां पर तैनात सैनिकों और अवाम से मिलने की हमारी स्वतंत्रता सुनिश्चित करें.'
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने कश्मीर से अनुच्छेद 370 के हटाए जाने के बाद केंद्र सरकार (Central government) पर निशाना साधते हुए कहा था कि, 'जम्मू-कश्मीर में हिंसा की खबरें हैं, और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश को सच बताना चाहिए कि असल में कश्मीर में क्या हो रहा है.' इसके जवाब में जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक (Satya Pal Malik) ने राहुल गांधी का जवाब देते हुए कहा था कि, 'कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष को घाटी का दौरा कराने और जमीनी स्थिति का जायजा लेने के लिए वह विशेष विमान भेजेंगे.'
इसके जवाब में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी पलटवार करते हुए कहा है कि, 'विपक्षी नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल को मैं आपके विनम्र निमंत्रण पर जम्मू-कश्मीर और लद्दाख ले जाऊंगा. मगर वहां पर तैनात सैनिकों और अवाम से मिलने की हमारी स्वतंत्रता सुनिश्चित करें.' यह भी पढ़ें- कांग्रेस नेता राहुल गांधी को अपने 20 महीने के सफर में नहीं मिला सही मुकाम, जहां पूर्वजों ने लंबे समय तक किया सियासी राज
बता दें कि इस वार्तालाप की शुरुआत शनिवार की रात तब शुरू हुई जब राहुल गांधी ने कश्मीर में अनुच्छेद 370 के हटाए जाने के बाद हिंसा को लेकर अपना बयान दिया था. राहुल गांधी ने कहा था कि जम्मू-कश्मीर से हिंसा की कुछ खबरें आई हैं और प्रधानमंत्री मोदी को पारदर्शी तरीके से इस मामले पर चिंता व्यक्त करनी चाहिए. राज्यपाल ने कहा कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को हटाने में कोई सांप्रदायिक दृष्टिकोण नहीं है.