नॉर्थ वेस्ट दिल्ली लोकसभा सीट: बीजेपी के हंसराज हंस और आप उम्मीदवार गुग्गन सिंह रंगा के बीच होगा चुनावी दंगल, जानें सीट का पूरा इतिहास
देश की राजधानी दिल्ली की नॉर्थ वेस्ट लोकसभा सीट अनुसूचित जाति के प्रत्याशियों के लिए आरक्षित है. इस बार इस सीट से बीजेपी से हंसराज हंस, आप पार्टी से गुग्गन सिंह रंगा और कांग्रेस पार्टी से राजेश लिलोठिया चुनाव मैदान में हैं.
North West Delhi lok sabha Seat: देश की राजधानी दिल्ली की नॉर्थ वेस्ट लोकसभा सीट अनुसूचित जाति के प्रत्याशियों के लिए आरक्षित है. इस संसदीय क्षेत्र से बीजेपी (BJP) के वर्तमान सांसद डॉक्टर उदित राज हैं. पार्टी के खिलाफ उनके बगावती तेवर को देखते हुए पार्टी इस बार उन्हें टिकट ना देकर हंसराज हंस (Hans Raj Hans) को टिकट दिया है. वहीं आम आदमी पार्टी ने बीजेपी को कड़ी टक्कर देने के लिए गुग्गन सिंह रंगा (Gugan Singh Ranga) को चुनाव मैदान में उतारा है. इन दोनों प्रत्याशियों को कड़ी टक्कर देने के लिए कांग्रेस ने राजेश लिलोठिया (Rajesh Lilothia) टिकट दिया है. जो इस सीट पर इन तीनों प्रत्याशियों के बीच कांटे का मुकाबला होने वाला है.
2014 के मोदी लहर के समय बीजेपी ने डॉक्टर उदित राज (Dr. Udit Raj) को टिकट देकर चुनाव मैदान में उतारा था. जनता उनके ऊपर भरोष करते हुए उन्हें वोट देकर चुनाव जीताया. वहीं उदित राज के सामने आप उम्मीदवार राखी बिरला (Rakhi Bidlan) थी. उन्होंने बीजेपी के उम्मीदवार को चुनाव के मैदान में जरूर कड़ी टक्कर दी लेकिन चुनाव जीत नहीं सकी. वहीं कांग्रेस के उम्मीदवार कृष्ण कृष्णा (Krishna Tirath) भी इस सीट से हार का मुंह देखना पड़ा. यह भी पढ़े: लोकसभा चुनाव 2019: मतदान के दिन सुबह चार बजे से चलेंगी दिल्ली मेट्रो ट्रेन
बीजेपी - डॉक्टर उदित राज - 6,29,860
आप - राखी बिरला - 5,23,058
कांग्रेस - कृष्णा त्रिपाठी - 1,57,468
कुल विधानसभा सीटें:
इस संसदीय क्षेत्र के अन्तर्गत 10 विधानसभा की सीटें आती हैं. जिसमें मादीपुर, जनकपुरी, द्वारका, राजौरी गार्डन, विकासपुरी, हरिनगर, उत्तम नगर, नज़फगढ़, मटिआला और तिलक नगर शामिल हैं. इस इस संसदीय क्षेत्र में 12 मई को वोट डालें जाएंगे तो वहीं मतों की गणना 23 मई को की जाएगी.
बता दें कि दिल्ली में जनसंख्या के हिसाब से कुल सात लोकसभा की सीटें है. 2014 में मोदी लहर के दौरान बीजेपी दिल्ली की सभी सातों सीटों को जीतने में कामयाब रही. वहीं इस बार भी जहां बीजेपी की इज्जत दाव पर लगी है. तो वहीं आम आदमी पार्टी जहां देश की राजधानी दिल्ली मे अपना खाता खोलना चहती है. वहीं कांग्रेस चुनाव जीतकर फिर से दिल्ली की इन सीटों पर वापसी करना चाहती है.