नई दिल्ली: आगामी लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2019) में मोदी सरकार को सत्ता से बाहर करने के लिए बुधवार को देश के प्रमुख विपक्षी दलों के नेताओं ने बैठक की. यह बैठक आज शाम राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अध्यक्ष शरद पवार (Sharad Pawar) के आवास पर हुई. इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू, नेशनल कान्फ्रेंस चीफ फारुख अब्दुल्ला, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल शामिल हुए. इस दौरान बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए को हराने के लिए मजबूत रणनीति पर चर्चा की गई.
बैठक के बाद राहुल गांधी ने कहा कि विपक्षी नेताओं ने एक साझा न्यूनतम कार्यक्रम बनाए जाने पर सहमति जताई है. उन्होंने कहा, ‘‘हम बीजेपी को हराने के लिए साथ मिलकर काम करेंगे.’’
वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बैठक को सकारात्मक बताया और कहा कि विपक्ष साथ मिलकर काम करेगा. यह बैठक इसका संकेत देती है कि कांग्रेस और आप गठबंधन कर सकती हैं. आप के 2015 में दिल्ली में सत्ता में आने के बाद से दोनों ही दल एक-दूसरे के कट्टर प्रतिद्वंद्वी रहे हैं. हालांकि इस मामले पर दोनों ही दलों ने अपना रुख साफ नहीं किया है.
तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) अध्यक्ष एवं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बैठक को ‘‘फलदायी’’ करार दिया और कहा कि ‘‘हम चुनाव पूर्व गठबंधन करेंगे.’’
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The Mega Rally at #JantarMantar in Delhi against the NDA government was a success. Leaders of 15 different political parties joined hands to strengthen the spirit of our democratic ethos. pic.twitter.com/u0dTbwAL9E
— Sharad Pawar (@PawarSpeaks) February 13, 2019
इससे पहले विपक्षी नेताओं ने राष्ट्रीय राजधानी में शक्ति प्रदर्शन करते हुए महारैली की. इस रैली में हिस्सा लेने वालों में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, माकपा के डी राजा, एनसीपी के शरद पवार, लोकतांत्रिक जनता दल के शरद यादव, नेशनल कॉन्फ्रेंस के फारूक अब्दुल्ला, द्रमुक की कनिमोझी और समाजवादी पार्टी के राम गोपाल यादव शामिल हैं.