तिरुवनंतपुरम: केरल (Kelara) के एक मंदिर (Temple) में पूजा के दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता (Congress Senior Leader) और तिरुवनंतपुरम से सासंद शशि थरूर (Shashi Tharoor) 15 अप्रैल (सोमवार) को घायल हो गए. बता दें कि यह हादसा शशि थरूर के साथ उस वक्त हुआ जब वे मंदिर में थुलाभरम भेंट कर रहे थे. हालांकि इस हादसे के तुरंत बाद उन्हें अस्पताल (Hospital) पहुंचाया गया. शशि थरूर के साथ हुए इस हादसे की खबर मिलते ही भारत की रक्षामंत्री और बीजेपी की दिग्गज नेता निर्मला सीतारमण (Minister Of Defense Nirmala Sitharaman) उनसे मुलाकात करने अस्पताल पहुंची. अस्पताल पहुंचकर उन्होंने शशि थरूर का हाल जाना.
इस मुलाकात की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए शशि थरूर ने लिखा कि केरल में व्यस्त चुनावी माहौल के बावजूद निर्मला सीतारमण मेरा हाल जानने के लिए अस्पताल पहुंचीं. भारत की राजनीति में इस तरह की शिष्टता एक बहुत ही दुर्लभ गुण है और सीतारमण ने इसका एक बेहतरीन उदाहरण पेश किया है.
Touched by the gesture of @nsitharaman, who dropped by today morning to visit me in the hospital, amid her hectic electioneering in Kerala. Civility is a rare virtue in Indian politics - great to see her practice it by example! pic.twitter.com/XqbLf1iCR5
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) April 16, 2019
दरअसल, सोमवार को अपने चुनावी प्रचार अभियान शुरुआत करने से पहले शशि थरूर केरल के थमपनूर स्थित गांधारी अम्मन कोविल मंदिर में पूजा करने पहुंचे. पूजा के दौरान थुलाभरम भेंट करते समय वे तराजू पर बैठे थे, लेकिन तराजू अचानक टूट गया और वे नीचे गिर गए. इस हादसे के कारण उनके सिर और पैर में चोट लग गई. आनन-फानन में उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने उनके सिर पर कई टांके लगाए. यह भी पढ़ें: केरल के मंदिर में गिरे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर, सिर पर लगे कई टांके
गौरतलब है कि साल 2009 में शशि थरूर इस सीट से पहली बार चुनाव लड़े थे. उस बार उन्हें एक लाख से तीन मत कम मिले थे, लेकिन साल 2014 में 15,000 मतों के अंतर से उन्होंने जीत हासिल की थी. बताया जा रहा है कि इस बार सबरीमला मंदिर विवाद में कूदने के कारण नायर समुदाय का उनका परंपरागत वोट बैंक भी घटा है.