मायावती ने राहुल गांधी को न्यूनतम आय के वादे पर घेरा, कहा- इंदिरा के 'गरीबी हटाओ' की तरह क्या ये वादा भी झूठा है?
राहुल गांधी के न्यूनतम आय की गारंटी वाले ऐलान मायावती ने कहा कि क्या यह वादा भी 'गरीबी हटाओ' और वर्तमान सरकार के काले धन, 15 लाख और अच्छे दिन के वादे की तरह एक छलावा है.
बहुजन समाज पार्टी (BSP) सुप्रीमो मायावती (Mayawati) ने मंगलवार को कांग्रेस (Congress) अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) पर निशाना साधा. दरअसल, राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) से पहले सोमवार को छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में बड़ी घोषणा करते हुए कहा था कि साल 2019 में कांग्रेस की सरकार बनने पर देश के सभी गरीब व्यक्तियों को न्यूनतम आय की गारंटी (Minimum Income Guarentee) दी जाएगी. राहुल गांधी ने कहा था कि हमने फैसला ले लिया है कि हिंदुस्तान के हर गरीब व्यक्ति को 2019 के बाद कांग्रेस पार्टी वाली सरकार न्यूनतम आमदनी देगी. उन्होंने कहा था कि हिंदुस्तान के हर गरीब व्यक्ति के बैंक एकाउंट में हिंदुस्तान की सरकार न्यूनतम आमदनी देने जा रही है. इसका मतलब है कि हिंदुस्तान में कोई भूखा नहीं रहेगा और न कोई गरीब रहेगा.
राहुल गांधी के न्यूनतम आय की गारंटी वाले ऐलान पर मायावती ने कहा कि क्या यह वादा भी 'गरीबी हटाओ' और वर्तमान सरकार के काले धन, 15 लाख और अच्छे दिन के वादे की तरह एक छलावा है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस और बीजेपी दोनों विफल रहे हैं और एक ही सिक्के के दो पहलू साबित हुए हैं. मायावती ने कहा कि राहुल गांधी को ऐसा कोई भी वादा देश की आम जनता से करने के पहले उन योजनाओं को कांग्रेस शासित राज्यों में से विशेष कर राजस्थान, पंजाब, मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़ आदि में सही से लागू करके दिखाना चाहिए था जिससे लोगों को इस तरह की योजनाएं हवा-हवाई न लगें. यह भी पढ़ें- बिहार: गांधी मैदान में कांग्रेस की रैली से पहले राहुल गांधी ने लिया भगवान राम का अवतार, पटना में लगे पोस्टर
मायावती ने कहा कि कांग्रेस और बीजेपी, विश्वसनीयता के मामले में दोनों सरकारों का रिकाॅर्ड अच्छा नहीं रहा है. खासकर इनके चुनावी वादे और घोषणा पत्र पर लोगों को बिल्कुल भरोसा नहीं है. क्योंकि इनके कुछ फैसले अगर लागू हुए भी हैं तो वे केवल दिखावटी ही साबित हुए हैं, जो जग जाहिर है.