कैंसर से जूझ रहे मनोहर पर्रिकर को हुई खून की उल्टी, हालत स्थिर
गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर (Manohar Parrikar) पिछले एक साल से अग्नाशय कैंसर (Pancreatic Cancer) की बीमारी से जूझ रहे हैं. खबर है कि उन्हें अस्पताल में ईलाज के दौरान खून की उल्टी हुई है. डॉक्टरों ने कहा कि उनकी चेस्ट में इंफेक्शन होने की वजह से ऐसा हुआ है.
गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर (Manohar Parrikar) पिछले एक साल से अग्नाशय कैंसर (Pancreatic Cancer) की बीमारी से जूझ रहे हैं. खबर है कि उन्हें अस्पताल में ईलाज के दौरान खून की उल्टी हुई है. डॉक्टरों ने कहा कि उनकी चेस्ट में इंफेक्शन होने की वजह से ऐसा हुआ है. फिलहाल, अब उनकी स्थिति स्थिर है. जांच के दौरान सीने में किसी तरह का संक्रमण नहीं मिला है. बता दें कि स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे ने मीडिया में बातचीत के दौरान कहा कि अस्पताल में भर्ती सीएम मनोहर पर्रिकर की हालत अब स्थिर है.
गोवा के स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे ने सोमवार को कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर को मंगलवार की शाम अथवा बुधवार की सुबह अस्पताल से छुट्टी मिल सकती है. राणे ने कहा कि पर्रिकर का स्वास्थ्य सभी महत्वपूर्ण मापदंडों पर बेहतर है. स्वास्थ्य मंत्री ने इस बात का खंडन किया कि उनके आगे के इलाज के लिए उन्हें दिल्ली ले जाया जाएगा. राणे ने कहा, 'मुझे लगता है कि मंगलवार शाम या बुधवार दोपहर तक वह अपने घर पर हो सकते हैं.
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बता दें कि पर्रिकर पिछले एक साल से पेंक्रियाज की बीमारी से पीड़ित हैं और उनका इलाज अमेरिका के साथ ही दिल्ली के एम्स और मुंबई के एक प्राइवेट अस्पताल में चल रहा है. गोवा विधानसभा अध्यक्ष प्रमोद सावंत के अलावा स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे, पूर्व मुख्यमंत्री लक्ष्मीकांत परसेकर सहित कई नेता सोमवार की सुबह पर्रिकर के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी लेने गोवा मेडिकल कालेज अस्पताल पहुंचे थे. सावंत ने बाद में बताया था कि मुख्यमंत्री का स्वास्थ्य अब ठीक है.
ज्ञात हो कि मनोहर पर्रिकर 14 फरवरी 2018 को बीमार हो गए थे जिसके बाद उन्हें गोवा मेडिकल कालेज अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां से अगले दिन उन्हें मुंबई स्थित लीलावती अस्पताल ले जाया गया और बाद में वह इलाज के सिलसिले में अमेरिका गए थे. पिछले साल 15 सितंबर को राष्ट्रीय राजधानी स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (All India Institutes of Medical Sciences) में भर्ती कराया गया था और 14 अक्टूबर को वह गोवा वापस लौट आए. 31 जनवरी को उन्हें वापिस दिल्ली ले जाया गया था जहां से वह 5 फरवरी को वापस गोवा लौट आए.