कोलकाता: नागरिकता संशोधन कानून को लेकर पश्चिम बंगाल में हो रहे विरोध को लेकर पश्चिम बंगाल के भारतीय जनता पार्टी (BJP) के अध्यक्ष दिलीप घोष (Dilip Ghosh) ने एक विवादित बयान दिया था. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की तरफ पश्चिम बंगाल में सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों को गोली मार देनी चाहिए. घोष के इस बयान का मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata banarjee) ने कड़े शब्दों में विरोध जताया है. उन्होंने कहा कि यह पश्चिम बंगाल है उत्तर प्रदेश नहीं.
ममता बनर्जी ने दिलीप घोष का बयान का विरोध जताते हुए शर्मनाक बताया. ममता ने कहा कि आप यह कैसे कह सकते हैं? फायरिंग का नाम लेना भी शर्म की बात है. आप इस तरफ से बयान देकर फायरिंग को बढ़ावा दे रहे हैं. यह उत्तर प्रदेश नहीं हैं, पश्चिम बंगाल है. यहां फायरिंग नहीं होगी. समझें, यदि कल कुछ अनहोनी होती है, तो आप भी उतने ही जिम्मेदार होंगे. आप इस तरफ से बयान देकर विरोध करने वालों को मारना चाहते हैं?
WB CM: It's shameful. How can you say this? It's a shame to even take his name. You're promoting firing.This isn't UP. Here firing won't happen.Understand that if tomorrow something untoward happens,you'll be equally responsible. You want to kill people for protesting? (file pic) https://t.co/JSW3m1ZclZ pic.twitter.com/KfTj4HO0XZ
— ANI (@ANI) January 13, 2020
दिलीप घोष के बयान पर बीजेपी ने झाड़ पल्ला
दिलीप घोष के बयान पर बवाल मचने पर केन्द्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने पार्टी की ओर से सफाई दी है. उन्होंने कहा दिलीप घोष ने जो कुछ भी कहा है उससे बीजेपी का कोई लेना-देना नहीं है. यह उनकी काल्पनिक सोच है. उत्तर प्रदेश और असम में बीजेपी सरकार कभी भी किसी भी वजह से लोगों को गोली नहीं मारती है. यह दिलीप घोष का बेहद गैर-जिम्मेदाराना बयान है.
दरअसल दिलीप घोष पश्चिम बंगाल के नादिया जिले में एक जनसभा को संबोधित करने पहुंचे हुए थे. जहां पर उन्होंने प्रदेश में होने वाले सीएए के विरोध के दौरान रेलवे संपत्ति और सार्वजनिक वाहनों को नुकसान पहुंचाने को लेकर बयान दिया कि क्या ये आग लगाने वालों के बाप की संपत्ति है. ये करतादातों के पैसों से बनी सरकारी संपत्ति को कैसे नष्ट कर सकते हैं. यदि सरकारी संपत्ति नष्ट की जा रही है तो उत्तर प्रदेश की तरफ पश्चिम बंगाल में इन उपद्रियों पर गोली मार देनी चाहिए.