मुंबई: नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर देश भर में जारी विरोध प्रदर्शन के बीच महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना प्रमुख राज ठाकरे (Raj Thackeray) का बयान आया है. उन्होंने गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) पर हमला बोलते हुए कहा कि देश आर्थिक संकट से गुजर रहा है. ऐसे में लोगों का ध्यान महंगाई से भटकाने के लिए इस कानून को लाया गया है. अपने बयान में मनसे प्रमुख ने कहा कि देश में पहले से ही बढ़ती जनसंख्या से परेशानी हो रही है. ऐसे में इस कानून को लाने की क्या जरूरत थी. बता दें कि नागरिकता संशोधन कानून का विरोध देश के सभी राज्यों में हो रहा है. विरोध प्रदर्शन होने वाले राज्यों में महाराष्ट्र भी शामिल है.
दरअसल मनसे प्रमुख आज पुणे में थे. जहां उन्होंने देश में मचे बवाल को लेकर मीडिया के बातचीत में पहले शाह पर इस कानून को लाने को लेकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान, नेपाल, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आने वाले मुसलामानों को देश से बाहर जरूर निकालना चाहिए. लेकिन उन्होंने सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि 'भारत कोई धर्मशाला नहीं है. मानवाता का ठेका सिर्फ भारत ने नहीं ले रखा है कि कोई भी इस देश में रहने के लिए आ जाए. मीडिया के बातचीत में राज ठाकरे ने सरकार से सवाल पूछा कि 'क्या 130 मिलियन की आबादी वाले हमारे देश को और अधिक लोगों की आवश्यकता है? यह भी पढ़े: नागरिकता संशोधन अधिनियम पर दंगा: RJD के बिहार बंद से आवागमन प्रभावित, सड़क और रेल मार्ग बाधित
शिवसेना-बीजेपी ने जनादेश का अपमान किया: राज ठाकरे
मीडिया के बातचीत में राज ठाकरे ने महाराष्ट्र के बारे शिवसेना- बीजेपी के बारे में भी बात की. उन्होंने कहा कि "शिवसेना-बीजेपी ने जनता की भावनाओं का अपमान किया है. सेना का एनसीपी-कांग्रेस से हाथ मिलाना सही नहीं है. राज ठाकरे ने यह भी कहा कि गलत लोगों को मतदाताओं ने सबक सिखाया, और जनता महा विकास अघाड़ी सरकार से खुश नहीं है. उन्होंने अंदेशा जताया कि अगले चुनावों में इसके नतीजे महसूस किए जाएंगे. आपको बता दें कि राज ठाकरे की पार्टी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव जरूर लड़ी लेकिन उसे बुरी तरफ से हार का मुंह देखना पड़ा. उनका सिर्फ एक उम्मदीवार चुनाव जीतने में कामयाब हो सका.