महाराष्ट्र सत्ता संघर्ष: SC में सुनवाई के बीच शिवसेना-कांग्रेस और एनसीपी ने पेश किया सरकार बनाने का दावा
महाराष्ट्र में जारी सत्ता संघर्ष में अब नया मोड़ आया है. एक ओर जहां सुप्रीम कोर्ट में इस मामले में सुनवाई चल रही है तो वहीं, मुंबई में शिवसेना-कांग्रेस और एनसीपी के नेताओं ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने राज्य में सरकार बनाने दावा पेश किया.
महाराष्ट्र में जारी सत्ता संघर्ष में अब नया मोड़ आया है. एक ओर जहां सुप्रीम कोर्ट में इस मामले में सुनवाई चल रही है तो वहीं, मुंबई में शिवसेना-कांग्रेस और एनसीपी के नेताओं ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने राज्य में सरकार बनाने का दावा पेश किया. बता दें कि सूबे में शनिवार को देवेंद्र फडणवीस ने बतौर मुख्यमंत्री की शपथ ली. उनके साथ तत्कालीन NCP विधायक दल के नेता अजित पवार ने उप-मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. हालांकि एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने बाद में स्पष्ट किया था कि उनकी पार्टी ने बीजेपी को समर्थन नहीं दिया है.
बता दें कि महाराष्ट्र में 24 अक्टूबर को आये नतीजों के बाद बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनी थी. मगर पार्टी के पास जादुई आंकड़ा नहीं था इसलिए वे सरकार नहीं बना पाए. राज्यपाल ने शिवसेना और NCP को सरकार बनाने का न्योता दिया था मगर दोनों ही पार्टी समर्थन नहीं जूता पाई थी जिसके बाद सूबे में राष्ट्रपति शासन लगाया गया था. शनिवार सुबह बीजेपी द्वारा सरकार बनाने के दावा पेश किये जाने के बाद राष्ट्रपति शासन हटाया गया और सुबह 8 बजे देवेंद्र फडणवीस ने अजित पवार के साथ शपथ ली. अजित पवार ने NCP के 54 विधायकों के समर्थन वाला पत्र हस्ताक्षर के साथ राज्यपाल को सौंपा था. इस बीच आज शिवसेना-कांग्रेस और NCP के नेता राजभवन पहुंचे और उन्होंने सरकार बनाने का दावा पेश किया.
बता दें कि BJP ने अपनी तरफ से 170 विधायकों के समर्थन का दावा किया है, जिसमें NCP, निर्दलीय और छोटे दलों के अलावा इसके अपने 105 विधायक शामिल हैं. वहीं, एनसीपी ने अजित पवार जिन्होंने समर्थन की चिट्ठी दी थी उन्हें हटाकर जयंत पाटिल को विधायक दल का नेता बनाया है.