Maharashtra: सीएम उद्धव ठाकरे ने पीएम मोदी को लिखा पत्र, कहा- वैक्सीनेशन के लिए न्यूनतम उम्र 25 साल की जाए
सीएम उद्धव ठाकरे ने पीएम मोदी को लिखा पत्र, - कहा- वैक्सीनेशन के लिए न्यूनतम उम्र 25 साल की जाए
मुंबई: महाराष्ट्र में कोरोना के बढ़ते मामलों ने राज्य सरकार की चिंता बढ़ा दी है. हालांकि कोरोना की रोकथाम के लिए सरकार की तरफ से हर संभव कदम उठाया जा रहा है. लेकिन कोरोना वायरस (Coronavirus) के मामले राज्य में एक बार फिर से तेजी के साथ बढ़ने शुरू हो गए हैं. राज्य में कोविड-19 के बढ़ते मामलों को लेकर सीएम उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने पीएम मोदी (PM Modi) को सोमवार को एक पत्र लिखा है. मुख्यमंत्री की तरफ से लिखे गए पत्र में उद्धव ठाकरे ने प्रधानमंत्री से कोरोना वैक्सीनेशन (Corona Vaccination) की न्यूनतम उम्र 25 साल करने की मांग की है.
देश में अब तक 45 साल के उम्र के लोगों को एक अप्रैल से कोरोना की वैक्सीन दी जा रही है. वहीं इसके पहले 16 जनवरी से पहली बार शुरू कोरोना वैक्सीनेशन में सबसे पहले स्वास्थ्य कर्मियों व फ्रंट लाइन वर्कर्स को वैक्सीन दी गई थी. इसके बाद 60 साल के उम्र के बुजुर्ग और 45 साल के ऊपर के गंभीर रूप से बीमारी के लोगों को वैक्सीन दी जानी शुरू हुई. लेकिन देश में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच सरकार की तरफ से पिछले महीने घोषणा हुई कि एक अप्रैल से 45 साल के उम्र के ऊपर सभी लोगों को चाहे वह किसी बीमारी से संक्रमित हो या ना हो सब को कोरोना की वैक्सीन दी जायेगी. यह भी पढ़े: Maharashtra COVID-19 Guidelines: कोरोना के बढ़ते खतरे के बीच महाराष्ट्र सरकार ने जारी की नई गाइडलाइंस, जानिए क्या बंद रहेंगे और क्या खुलेंगे?
भारत में अब तक कोविशील्ड और कोवैक्सीन की दो कंपनियों की वैक्सीन लोगों को दी जा रही है. इन दोनों वैक्सीन को कोरोना के रोकथाम के लिए युद्ध स्तर पर लोगों को दी जा रही है. स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से सोमवार को जारी आंकड़ों के अनुसार देश में अब तक 8 करोड़ से ज्यादा लोगों को वैक्सीन दी जा चुकी हैं.
इस बीच कोरोना को लेकर कल की अपेक्षा महाराष्ट्र सरकार के लिए आज राहत वाली खबर है. कल यानी रविवार को राज्य में कोरोना वायरस के इस साल एक दिन में सबसे ज्यादा 57,074 नए मामले पाए गए थे. वहीं सोमवार को कोरोना की रफ्तार में कमी आई है. राज्य में आज कोरोना के 47288 नए केस पाए गए. वहीं इस महामारी से 155 लोगों की मौत हुई है. जबकि 26,252 मरीज ठीक हुए हैं.