नई दिल्ली. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख शरद पवार के महाराष्ट्र में सरकार गठन पर रहस्य बरकार रखने के साथ राकांपा व कांग्रेस समझौते से जुड़े सभी मुद्दों पर आम राय बनाने की कोशिश में जुटी हैं. संभावना है कि राकांपा नेता अजित पवार व जयंत पाटिल कांग्रेस के साथ बातचीत की अगुवाई करने और इसके लिए दिल्ली आने के लिए वे पूरी तरह तैयार हैं.
इससे पहले, कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी व राकांपा प्रमुख शरद पवार के सोमवार की मुलाकात के दौरान कमेटी बनाने का निर्णय लिया गया. दोनों पार्टियां एक न्यूनतम साझा कार्यक्रम बना रही हैं. कांग्रेस न्यूनतम साझा कार्यक्रम के लिए पहले ही समिति बना चुकी है, जिसमें अहमद पटेल, मल्लिकार्जुन खड़गे और के.सी. वेणुगोपाल शामिल हैं. यह भी पढ़े-शिवसेना को बड़ा झटका, सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद शरद पवार बोले- सरकार बनाने पर नहीं हुई चर्चा
सूत्रों ने कहा कि महाराष्ट्र के नेताओं को भी समिति में शामिल किए जाने की संभावना है। इसके लिए दो पूर्व मुख्यमंत्रियों- अशोक चव्हाण और पृथ्वीराज चव्हाण से विचार-विमर्श किए जाने की संभावना है।
सूत्रों ने कहा कि कांग्रेस व राकांपा के एक साझा कार्यक्रम पर पहुंचने के बाद इसे शिवसेना के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा. दोनों पार्टियों के नेता छोटी पार्टियों को भी विश्वास में लेना चाहते हैं, जो महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों से पहले उनके साथ गठबंधन में हैं.
कांग्रेस, शिवसेना के नखरों को लेकर सावधान है. सूत्रों ने कहा कि सोनिया गांधी की मंशा है कि आगे बढ़ने से पहले सभी मुद्दों को सुलझा लिया जाए.