मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2018: बीजेपी-कांग्रेस के प्रत्याशियों ने अब किया ऐसा तो नहीं लड़ सकेंगे चुनाव
मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए 28 नवंबर को को वोट डाले जाएंगे. इस चुनाव के लिए आम शाम पांच बजे चुनाव प्रचार थम गया. वहीं चुनाव को शांतिपूर्वक संपन्न कराने के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए है
भोपाल: मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए 28 नवंबर को वोट डाले जाएंगे. इस चुनाव के लिए आम शाम पांच बजे चुनाव प्रचार थम गया. वहीं चुनाव को शांतिपूर्वक संपन्न कराने के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए है. केंद्रीय सुरक्षाबलों की 650 कंपनियां तैनात की गई है, खबरों के अनुसार विधानसभा चुनाव के लिए 28 नवंबर को होने वाले मतदान के प्रचार ख़त्म होने के बाद राजनीतिक दल केवल डोर टू डोर प्रचार कर सकेंगे. इस बीच लाउडस्पीकर अथवा किसी भी प्रकार के ध्वनि विस्तारक यंत्र का उपयोग नहीं कर सकेंगे.
सुरक्षा को लेकर 650 कंपनियां तैनात
चुनाव के दौरान किसी तरह की धांधली ना पैसा हो चुनाव आयोग के अधिकारियों का कहना है कि इस उद्देश्य से केंद्रीय सुरक्षाबलों की 650 कंपनियां तैनात की गई हैं. इसके साथ ही प्रदेश के बाहर से आए 33 हजार होमगार्ड भी निर्वाचन ड्यूटी में तैनात किए जाएंगे. बालाघाट जिले में केंद्रीय सुरक्षाबलों की 76 कंपनियां, भिंड में 24, छिंदवाड़ा और मुरैना में 19-19, सागर और भोपाल में 18-18 कंपनियां तैनात की गई हैं. प्रदेश के 85 प्रतिशत पुलिस बल और होमगार्ड के 90 प्रतिशत बल चुनाव कार्य में तैनात किए गए हैं. यह भी पढ़े: मध्य प्रदेश चुनाव के लिए कांग्रेस का घोषणापत्र जारी, कर्जमाफी के साथ किसानों का बिजली बिल आधा करने का वादा
वहीं सुरक्षा व्यवस्था के लिये बालाघाट, मंडला और भोपाल में एक-एक हेलीकॉप्टर तैनात रहेंगे. संचार व्यवस्था बेहतर करने के लिए 20 सेटेलाइट फोन एवं 28 हजार वायरलेस सेट चुनाव में उपयोग किए जा रहे हैं.