MP Bypoll Results 2020: मध्य प्रदेश में उपचुनाव के नतीजों से पहले तेज हुई जुबानी जंग, CM शिवराज सिंह चौहान बोले- कमलनाथ ने राजनीति को किया गंदा

मध्यप्रदेश में विधानसभा के उपचुनाव के नतीजे आने से पहले ही सत्ताधारी दल बीजेपी और विपक्षी दल कांग्रेस के बीच जुबानी जंग तेज हो गयी है. शनिवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस के दिग्गज नेता कमलनाथ पर बड़ा आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ आज भी बीजेपी विधायकों को खरीदने की कोशिश में लगे हुए है.

कमलनाथ और शिवराज सिंह चौहान (Photo Credits: PTI)

भोपाल: मध्य प्रदेश ( Madhya Pradesh) में विधानसभा के उपचुनाव के नतीजे आने से पहले ही सत्ताधारी दल बीजेपी (BJP) और विपक्षी दल कांग्रेस (Congress) के बीच जुबानी जंग तेज हो गयी है. शनिवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने कांग्रेस के दिग्गज नेता कमलनाथ पर बड़ा आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (Kamal Nath) आज भी बीजेपी विधायकों को खरीदने की कोशिश में लगे हुए है. न्यायालय ने कमलनाथ के स्टार प्रचारक का दर्ज वापस लेने के आयोग के आदेश पर लगाई रोक

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बीजेपी मुख्यालय में उपचुनाव को लेकर आज एक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की. इस दौरान उन्होंने पार्टी नेताओं को संबोधित करते हुए कहा “कमलनाथ आज भी बीजेपी के विधायकों को फोन कर रहे हैं. अगर जोड़-तोड़ और खरीद फरोत की राजनीति की है तो कमलनाथ ने की है. मध्य प्रदेश की राजनीति में गंदगी लेकर आए हैं तो कमलनाथ लेकर आए हैं.”

उन्होंने कांग्रेस नेताओं पर जुबानी वॉर करते हुए कहा “कांग्रेस, कमलनाथ जी, दिग्विजय सिंह बीजेपी पर आरोप लगाते हैं कि हम जोड़-तोड़ करते हैं. वो (कमलनाथ) जब हमारे एमएलए को डराकर, धमकाकर, लोभ-लालच देते हैं तो वो 'मैनेजमेंट' और कोई अपने मन से बीजेपी में आ जाए तो वो गद्दारी.”

उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश में उप-चुनाव की तारीख के ऐलान के साथ ही पक्ष और विपक्ष में बयानबाजी में तल्खी बढ़ती गयी. सीएम शिवराज सिंह और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के बीच राजनीतिक जीवन के दाग-बेदाग होने को लेकर जंग छिड़ी हुई है.

दरअसल राज्य के 28 विधानसभा क्षेत्रों के लिए मतदान हो चुका है और 10 नवंबर को मतगणना होने वाली है. सत्ताधारी दल बीजेपी और विपक्ष कांग्रेस का दावा है कि नतीजे उनके पक्ष में आएंगे और सरकार उनकी बनेगी. अंकगणित को लेकर दोनों के अपने-अपने तर्क हैं. विधानसभा की स्थिति पर गौर करें तो 230 सदस्यों वाली विधानसभा में एक स्थान रिक्त है वहीं 28 स्थानों पर उपचुनाव हुए हैं. वर्तमान में 201 विधायक हैं जिनमें बीजेपी के पास 107 कांग्रेस के 87 और चार निर्दलीय, दो बीएसपी और एक एसपी का है. इस तरह 28 विधानसभा क्षेत्रों में से बीजेपी को आठ पर जीत हासिल करना अनिवार्य है. वहीं दूसरी ओर कांग्रेस को सभी 28 सीटें जीतने के बाद भी बहुमत के लिए एक और विधायक की आवश्यकता पड़ेगी. जिस वजह से दोनों ही दल परिणामों के बाद की रणनीति पर मंथन करने में जुटे हैं.

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