शिवपाल यादव का बड़ा ऐलान, फिरोजाबाद से लड़कर लोकसभा चुनाव में भतीजे को देंगे कड़ी टक्कर

आगामी लोकसभा चुनाव में उत्तरप्रदेश से एक बार फिर चाचा-भतीजे की टक्कर देखने को मिलेगी. प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल यादव (Shivpal Yadav) ने फिरोजाबाद से चुनाव लड़ने की बात कही है.

शिवपाल यादव (Photo Credit-Facebook)

आगामी लोकसभा चुनाव में उत्तरप्रदेश से एक बार फिर चाचा-भतीजे की टक्कर देखने को मिलेगी. प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल यादव (Shivpal Yadav) ने फिरोजाबाद से चुनाव लड़ने की बात कही है. उन्होंने शनिवार को कहा कि 3 फरवरी को फिरोजाबाद में होनी वाली रैली के दौरान मैं वहां से चुनाव लड़ने का ऐलान करूंगा. शिवपाल सिंह यादव ने इटावा में कहा कि वह जनता की मांग पर लोकसभा चुनाव फिरोजाबाद से लड़ेंगे. फिलहाल इस सीट से उनके चचेरे भाई और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव के बेटे अक्षय यादव सांसद हैं. अगर 2019 के लोकसभा चुनाव में इसी सीट से फिर अक्षय उतरेंगे तो चाचा शिवपाल से उनकी लड़ाई दिलचस्प होगी.

यूपी विधानसभा चुनाव से ठीक पहले यादव परिवार में जो जंग छिड़ी थी वह अब लोकसभा चुनाव में भी देखने को मिल सकती है. शिवपाल का फिरोजबाद सीट चुनना जाहिर तौर पर दिखाता है कि वह अपने भतीजे अखिलेश को पूरी टक्कर देने के मूड में हैं. उन्होंने दावा किया कि चुनाव के बाद केंद्र में प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के बिना कोई दल सरकार नहीं बना सकेगा. शिवपाल ने इटावा के धनुआंखेड़ा इण्टर कालेज में गणतंत्र दिवस पर एक समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि लखनऊ में लाखों लोगों के बीच हमने कहा था कि मुझे कुछ नहीं चाहिए, न मंत्री पद न कुछ और, सिर्फ सम्मान चाहिए. यह भी पढ़ें- मिशन 2019: तमिलनाडु और केरल के दौरे पर पीएम मोदी, दक्षिण में चुनाव अभियान का आज करेंगे आगाज

एसपी-बीएसपी के गठबंधन पर निशाना 

इस दौरान शिवपाल यादव ने कहा कि उन्हें षड्यंत्र कर पार्टी से अलग किया गया है. भतीजे अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें धोखा दिया गया और मजबूरी में उन्हें प्रगतिशील समाजवादी पार्टी का गठन करना पड़ा. शिवपाल ने एसपी-बीएसपी के गठबंधन पर कहा कि बीएसपी ने एसपी को झटका देकर तीन बार बीजेपी के सहयोग से सरकार बनाई.

उन्होंने कहा कि मुलायम सिंह को ‘‘गुण्डा'', एसपी को गुंडों की पार्टीं तथा उन्हें दुराचारी बताने वाले दल के साथ गठबंधन पिता और चाचा का साफ अपमान है. अखिलेश पर निशाना साधते हुए कहा कि ना ही मैं और नेताजी (मुलायम सिंह यादव) मायावती को बहन मानते हैं. तो कैसे अखिलेश उनको बुआ बुला रहे हैं, बुआ का कोई भरोसा है, कहां चली जाएं?

फिरोजाबाद और आसपास के जिलों में शिवपाल का प्रभाव है. वे सांसद और उनके भतीजे अक्षय यादव को कड़ी टक्कर देने में सक्षम हैं. बता दें कि शिवपाल यादव की पार्टी आगामी चुनाव में लोकसभा की सभी 80 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. शिवपाल ने प्रगतिशील समाजवादी पार्टी का गठन भजीते अखिलेश यादव से मतभेद के बाद किया था. शिवपाल का यह कदम एसपी-बीएसपी का खेल बिगाड़ने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है. शिवपाल के फिरोजाबाद से चुनाव लड़ने के ऐलान पर रामगोपाल यादव ने अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में किसी को कहीं से भी लड़ने का अधिकार है. शिवपाल लड़े, मुझे ऐतराज नहीं है.

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