केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के फायर ब्रांड नेता गिरिराज सिंह (Giriraj Singh) का बिहार के नवादा (Nawada) लोकसभा सीट से टिकट कट गया है. अब नवादा सीट नेशनल डेमोक्रेटिक एलायंस (NDA) की सहयोगी लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के खाते में है. नवादा सीट से एलजेपी के बाहुबली सूरजभान सिंह की पत्नी वीणा देवी चुनाव लड़ेंगी. वीणा देवी ने शुक्रवार को मीडियाकर्मियों से बातचीत के दौरान खुद इस बात का ऐलान किया कि 2019 के लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2019) में वे नवादा सीट से मैदान में होंगी. अब बड़ा सवाल ये है कि गिरिराज सिंह क्या करेंगे. गिरिराज नवादा से ही चुनाव लड़ने पर अड़े हुए थे.
गुरुवार को भी खबर आई थी कि गिरिराज सिंह अपनी पार्टी बीजेपी से नाराज है, क्योंकि पाटी का राष्ट्रीय नेतृत्व कथित रूप से बिहार के नवादा संसदीय सीट को एनडीए की घटक दल एलजेपी को देने पर सहमत हो गया है. औपचारिक सीट बंटवारे और एनडीए उम्मीदवारों के नामों की घोषणा हालांकि अभी नहीं की गई है. लेकिन एलजेपी के एक वरिष्ठ नेता ने भी गुरुवार को कहा था कि पार्टी नवादा से चुनाव लड़ेगी और पार्टी ने अपने मुंगेर सीट को छोड़ दिया है.
गिरिराज सिंह को कथित रूप से बेगूसराय सीट की पेशकश की गई है, जहां से जेएनयू छात्र संघ के पूर्व नेता कन्हैया कुमार सीपीआई पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ सकते हें, जिसका समर्थन महागठबंधन करेगी. हालांकि गिरिराज के करीबी बीजेपी नेता ने कहा था, "गिरिराज सिंह इसके लिए तैयार नहीं है और इस पेशकश को ठुकरा दिया है. वह नवादा से चुनाव लड़ने के लिए अड़ गए हैं. गिरिराज सिंह ने पिछले हफ्ते घोषणा की थी कि वह आगामी लोकसभा में या तो नवादा से चुनाव लड़ेंगे या फिर चुनाव नहीं लड़ेंगे. यह भी पढ़ें- मुलायम के 'मोदी दोबारा बनें PM' वाले बयान पर बोलीं राबड़ी देवी- उनकी उम्र हो गई है, याद नहीं रहता कब क्या बोल देंगे
अपने विवादास्पद बयानों के लिए चर्चा में रहने वाले गिरिराज सिंह बीते रविवार से मीडिया से दूरी बनाए हुए हैं. वह खराब स्वास्थ्य की वजह से पटना के गांधी मैदान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संकल्प रैली में शामिल नहीं हो सके थे. उनके करीबी बीजेपी नेता ने कहा कि वह वायरल बुखार से पीड़ित थे. गिरिराज सिंह ने कहा था कि जो पटना में 3 मार्च को मोदी की रैली में शामिल नहीं होगा इसका मतलब होगा की वह पाकिस्तान का समर्थन करता है. इस बयान के बाद वह खुद ही इस रैली में शामिल नहीं हो सके थे, जिसके बाद विपक्षी आरजेडी, कांग्रेस और आरएलएसपी ने उन पर कटाक्ष किया था.
आईएएनएस इनपुट