राष्ट्रवाद को लेकर गौतम गंभीर और महबूबा मुफ्ती में हुई तीखी बहस, बीजेपी नेता ने ऐसे दिया करारा जवाब

बीजेपी नेता गौतम गंभीर और जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के बीच ट्विटर पर तीखी बहस हुई है. दरअसल हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर कर नेशनल कांफ्रेंस (एनसी) अध्यक्ष और सांसद फारूक अब्दुल्ला, जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और पीडीपी मुखिया महबूबा मुफ्ती को लोकसभा चुनाव लड़ने से रोकने की मांग की गई है.

गौतम गंभीर और महबूबा मुफ्ती (File Photo)

नई दिल्ली: बीजेपी नेता गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) और जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) के बीच अनुच्छेद 370 को लेकर ट्विटर पर तीखी बहस हुई है. दरअसल हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर कर नेशनल कांफ्रेंस (एनसी) अध्यक्ष और सांसद फारूक अब्दुल्ला, जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और पीडीपी मुखिया महबूबा मुफ्ती को लोकसभा चुनाव लड़ने से रोकने की मांग की गई है.

पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने इस याचिका को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा. उन्होंने ट्विटर पर लिखा "अदालत में समय क्यों बर्बाद किया जाए. अनुच्छेद 370 को खत्म करने के लिए बीजेपी की प्रतीक्षा करें. यह स्वचालित रूप से हमें चुनाव लड़ने से वंचित कर देगा क्योंकि भारतीय संविधान अब जम्मू-कश्मीर पर लागू नहीं होगा". बाद में यहीं गंभीर और महबूबा के बीच जुबानी जंग की वजह बन गई.

पूर्व अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर ने महबूबा को जवाब देते हुए लिखा “यह भारत है, कोई आप जैसा धब्बा नहीं जो मिट जाएगा!” इसके करीब दस घंटे बाद महबूबा मुफ्ती ने जवाब दिया और गंभीर पर निजी तौर पर हमला बोलते हुए उनके क्रिकेट करियर पर सवाल खड़े किए.

इसके बाद फिर गौतम ने जवाब देते हुए कहा कि उनकी (महबूबा मुफ्ती) टिप्पणी "व्यक्तित्व में गहराई की कमी को दर्शाती है". जिसके बाद महबूबा मुफ्ती ने गौतम गंभीर को ट्विटर पर ब्लॉक कर दिया. इसके बाद गंभीर ने अपने ट्विटर पर लिखा “मोस्ट वेलकम महबूबा मुफ्ती मैम, Callous व्यक्ति द्वारा ब्लाक किए जाने से खुश हूं. वैसे, इस ट्वीट को लिखने के समय 1,365,386,456 भारतीय हैं. आप उन्हें कैसे ब्लाक करेंगी?

हाल में बीजेपी में शामिल हुए पूर्व क्रिकेटर गंभीर ने एनसी नेता उमर अब्दुल्ला को परोक्ष रूप से नसीहत दी थी कि उन्हें पाकिस्तान चले जाना चाहिए. गंभीर ने उमर के उस बयान पर यह टिप्पणी की जिसमें एनसी नेता ने कहा था कि उनकी पार्टी जम्मू-कश्मीर की स्वायत्तता बहाल करने की कोशिश करेगी और वहां एक बार फिर ‘वजीर-ए-आजम’ (प्रधानमंत्री) हो सकता है.

जिसके बाद उमर ने बीजेपी नेता पर पलटवार करते हुए कहा था, ‘‘गौतम, मैंने कभी ज्यादा क्रिकेट नहीं खेली क्योंकि मुझे पता था कि मैं इस मामले में बहुत अच्छा नहीं हूं. आप जम्मू-कश्मीर, इसके इतिहास या इतिहास को आकार देने में नेशनल कांफ्रेंस की भूमिका के बारे में ज्यादा जानते नहीं. फिर भी आप अपनी अनभिज्ञता सबको दिखाने पर आमादा हैं.’’

उन्होंने कहा कि गंभीर को सिर्फ उन्हीं चीजों पर फोकस करना चाहिए जिन्हें वे जानते हैं और वे ‘‘इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के बारे में ट्वीट करें.’’

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