कुशीनगर. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर यह कहते हुए तंज किया कि ‘‘56 इंच की छाती है, बस सात दिन बाकी है ।’’ राहुल ने यहां एक चुनावी सभा में यह भी कहा ‘‘पहले नारा चलता था कि अच्छे दिन आयेंगे । नरेंद्र मोदी आये, उन्होंने आपसे कहा था कि दो करोड़ लोगों को रोजगार देंगे।’’ उन्होंने कहा कि न तो युवाओं को रोजगार मिला, न किसानों को उनकी उपज का सही दाम मिला और न ही लोगों के खाते में 15-15 लाख रूपये आए। ‘‘56 इंच की छाती है, बस सात दिन बाकी है ।’’
गौरतलब है कि 23 मई को लोकसभा चुनाव के परिणाम आने है। कुशीनगर में कांग्रेस प्रत्याशी के समर्थन में जनसभा को संबोधित कर रहे राहुल ने कहा ''हिन्दुस्तान में एक भी गरीब व्यक्ति को 15 लाख रूपया नही मिला । अनिल अंबानी के बैंक एकाउंट में नरेंद्र मोदी ने सीधे तीस हजार करोड़ रूपये डाल दिए । चौकीदार ने राफेल घोटाले में उस चोर का 45 हजार करोड़ रूपये का कर्जा माफ किया। नीरव मोदी, मेहुल चौकसी, विजय माल्या, ललित मोदी, अनिल अंबानी ... इनका पांच लाख 55 हजार करोड़ रूपये का कर्ज 56 इंच की छाती वाले चौकीदार ने माफ किया ।'' यह भी पढ़े-5 साल पहले जब मोदी को मिली थी प्रचंड जीत, देश भर में था जश्न का माहौल
कांग्रेस प्रमुख ने सवाल किया ‘‘मैं आपसे पूछना चाहता हूं, कुशीनगर के किसानों का कितना कर्ज माफ किया गया ? नोटबंदी की लाइन में आपको खड़ा किया गया । माताओं बहनों ने पैसा बचाकर रखा था, वह ले कर उन्हें बैंक की कतार में लगाया गया । ’’
उन्होंने कहा ‘‘आपको याद है न कि काले धन के खिलाफ नरेंद्र मोदी ने जो तथाकथित युद्ध किया था उसमें सभी मातायें बहनें लाइन में खड़ी थीं । उस लाइन में आपके साथ क्या हिन्दुस्तान के काले धन वाले चोर खड़े थे ? यह अनिल अंबानी, विजय माल्या वहां खड़े थे ? नहीं । यह लोग बैंक के पीछे वाले दरवाजे से घुसकर अपना काला धन नरेंद्र मोदी की मदद से सफेद कर रहे थे । हिन्दुस्तान की अर्थव्यवस्था का इन्होंने नुकसान किया । कुशीनगर की दुकानें बंद कीं । छोटे कारोबारियों का कारोबार खत्म किया ।''
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा ''मैंने पांच महीने पहले कांग्रेस पार्टी के अर्थशास्त्रियों को बुलाया और कहा कि चौकीदार ने पन्द्रह लोगों को लाखों करोड़ रुपये दिए। अब कांग्रेस पार्टी लाखों करोड़ों लोगों को पैसा देना चाहती है । मैंने कहा, मैं सिर्फ बोलना नहीं चाहता, करना चाहता हूं और लोगों के खातों में पैसा डालना चाहता हूं ।’’
उन्होंने कहा ‘‘मैंने अपने अर्थशास्त्रियों से कहा कि पांच महीने में मुझे बता दीजिये कि कितना पैसा हम गरीबों के खातों में डाल सकते हैं । मैं 25 करोड़ लोगों की बात कर रहा हूं, पांच करोड़ परिवारों की, किसान, मजदूर, बेरोजगार, युवाओं की बात कर रहा हूं । पांच करोड़ लोगों को एक साल में 72 हजार रूपये देना है । यह पैसा तब तक मिलेगा जब तक इनकी आमदनी 12 हजार रूपये महीने से कम रहेगी ।'