नहीं सुलझी एनडी तिवारी के बेटे रोहित की मौत की गुत्थी, क्राइम ब्रांच को मिला जांच का जिम्मा
दिवंगत उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एन डी तिवारी के बेटे रोहित शेखर तिवारी की मौत की गुत्थी पोस्टमार्टम के बाद भी नहीं सुलझ सकी है. पांच डॉक्टरों की टीम ने बुधवार को शव का पोस्टमॉर्टम किया
लखनऊ: दिवंगत उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) और उत्तराखंड (Uttarakhand) के पूर्व मुख्यमंत्री एन डी तिवारी (ND Tiwari) के बेटे रोहित शेखर तिवारी (Rohit Shekhar Tiwari) की मौत की गुत्थी पोस्टमार्टम के बाद भी नहीं सुलझ सकी है. पांच डॉक्टरों की टीम ने बुधवार को शव का पोस्टमॉर्टम किया लेकिन इसके बावजूद भी रोहित की मौत की असल वजह नहीं समझ में आई. इस वजह से यह मामला क्राइम ब्रांच को सौंप दिया गया है. आज उनके आवास पर फोरेंसिक टीम जांच के लिए पहुंचीं.
पूर्व मुख्यमंत्री के बेटे रोहित शेखर को मंगलवार को मृत अवस्था में दक्षिण दिल्ली के मैक्स अस्पताल में लाया गया था. ऐसी आशंका थी की रोहित की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई है. हालांकि रोहित की मां ने पत्रकारों से कहा था उनका बेटा परेशान था. और वे इसके पीछे की वजहों को लेकर जल्द खुलासा करेंगी. उन्होंने कहा था कि मन में बहुत सी बातें हैं, लेकिन यह बात करने का उचित समय नहीं है.
अस्पताल ने एक संक्षिप्त बयान में कहा था, ‘‘मैक्स अस्पताल को चार बजकर 41 मिनट पर रोहित शेखर तिवारी के घर से एक आपात कॉल आया. एक एंबुलेंस तिवारी को लेकर साकेत के मैक्स अस्पताल पहुंचा जहां उन्हें आपात विभाग में मृत घोषित कर दिया गया.’’
रोहित दक्षिण दिल्ली की डिफेंस कॉलोनी में रहते थे. रोहित 2017 के उत्तराखंड विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी में शामिल हो गये थे और हाल ही में उन्होंने कांग्रेस में शामिल होने का संकेत दिया था. उनके पिता नारायण दत्त तिवारी पिछले साल अपने जन्म दिन 18 अक्टूबर को 93 साल की उम्र में चल बसे थे. तब उनका भी साकेत के इसी अस्पताल में उम्र संबंधी बीमारियों का इलाज चल रहा था.