बेंगलुरू: भारतीय जनता पार्टी पर विधायकों की कथित खरीद-फरोख्त के लग रहे आरोपों के बीच कर्नाटक के मुख्यमंत्री एच.डी. कुमारस्वामी ने बुधवार को कहा कि उनकी सरकार को कोई खतरा नहीं है. उन्होंने यहां मीडिया से कहा, "हमारी गठबंधन सरकार आराम से चल रही है. मै निश्चिंत हूं. हम अपने सभी विधायकों (जनता दल-सेकुलर और कांग्रेस विधायकों) के संपर्क में हैं और हमें उनका समर्थन प्राप्त है." मुख्यमंत्री ने कहा कि मुंबई में मौजूद कुछ कांग्रेस विधायक भी उनके संपर्क में हैं. उन्होंने हालांकि उनके नाम नहीं बताए. सत्तारूढ़ जेडी-एस-कांग्रेस और विपक्षी बीजेपी पिछले कुछ दिनों से एक-दूसरे पर विधायकों की खरीद-फरोख्त का आरोप लगा रही हैं.
सिंचाई मंत्री डी.के. शिवकुमार ने इससे पहले कहा था, "हमारे तीन विधायक मुंबई में हैं. हमें खरीद-फरोख्त की जानकारी है जोकि बीजेपी द्वारा की जा रही है. हमारे विधायकों ने भी इस बाबत भाजपा द्वारा उनसे संपर्क करने के बारे में जानकारी दी है."
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बीजेपी ने वहीं दूसरी तरफ, इन आरोपों से इनकार किया है और अपने विधायकों को हरियाणा के गुरुग्राम में एक निजी रिसॉर्ट में रखा है. इससे पहले मंगलवार को हावेरी जिले के रानेबन्नुर विधानसभा क्षेत्र के कर्नाटक प्रगनावंथा जनता पार्टी (केपीजेपी) के विधायक आर. शंकर और कोलार जिले के मुलबागल विधानसभा क्षेत्र के निर्दलीय विधायक एच. नागेश ने गठबंधन से अपना समर्थन वापस ले लिया था.
कुमारस्वामी ने मंगलवार को कहा था, "दो विधायकों के समर्थन वापस ले लेने के बावजूद हमारे पास बहुमत है." इस राजनीतिक उठापटक पर प्रतिक्रिया देते हुए जेडी-एस प्रमुख एच.डी. देवगौड़ा ने कहा कि गठबंधन सरकार लगातार 'स्थिर' बनी हुई है.
एक नामित सदस्य को मिलाकर राज्य की कुल 225 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस के पास 80 विधायक, जेडी-एस के पास 37 विधायक, भाजपा के पास 104 विधायक हैं. निर्दलीय विधायक नागेश और केपीजेपी विधायक शंकर ने सरकार से समर्थन वापस ले लिया है जबकि बहुजन समाज पार्टी के एक विधायक ने गठबंधन सरकार को अपना समर्थन बरकरार रखा है.