कर्नाटक (Karnataka) में जारी सियासी संकट के बीच एक वीडियो से नई हलचल पैदा हुई. दरअसल, सोमवार को कर्नाटक विधानसभा का एक वीडियो सामने आया जिसमें देखा गया कि मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी (HD Kumaraswamy) के टेबल पर एक पत्र रखा है, जिसे उनका इस्तीफे का लेटर (Resignation Letter) बताया जा रहा था. हालांकि मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) ने इस लेटर को फेक बताया. इस बीच, सीएम कुमारस्वामी ने कहा कि मुझे जानकारी मिली है कि मैंने राज्यपाल (Governor) को अपना इस्तीफा दे दिया है. मैं नहीं जानता कि कौन मुख्यमंत्री बनने का इंतजार कर रहा है. किसी ने मेरे फर्जी हस्ताक्षर कर के यह लेटर सोशल मीडिया (Social Media) पर वायरल कर दिया है. मैं पब्लिसिटी (Publicity) के लिए इस गिरे हुए स्तर से हैरान हूं.
उधर, कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी द्वारा पेश विश्वास प्रस्ताव पर विधानसभा में तीसरे दिन सोमवार को भी चर्चा जारी रही, उधर, कांग्रेस का कहना है कि बागी विधायकों के इस्तीफे पर अध्यक्ष का फैसला आने तक विश्वास प्रस्ताव पर मतविभाजन न कराया जाए. विधानसभा की कार्यवाही शुरु होने के समय से ही अध्यक्ष के. आर. रमेश ने सरकार को बार बार शक्ति परीक्षण की प्रक्रिया सोमवार को पूरी करने के अपने वादे का सम्मान करने की याद दिलायी. यह भी पढ़ें- कर्नाटक का सियासी संकट: कुमारस्वामी को मायावती ने दिया सहारा, BSP का एकमात्र विधायक देगा सरकार को समर्थन
देखें वीडियो-
#WATCH Karnataka: A letter seen kept on the table of CM HD Kumaraswamy at Vidhana Soudha, appearing to be his resignation letter. Chief Minister's Office (CMO) says that the letter is fake. (Video source: Karnataka assembly output) pic.twitter.com/KPJs4cr1Z9
— ANI (@ANI) July 22, 2019
Karnataka CM HD Kumaraswamy, in Vidhana Soudha: I got information that I have tendered my resignation to the Governor. I don't know who is waiting to become CM. Someone has forged my signature & spread the same on social media. I'm shocked at the cheap level of publicity. pic.twitter.com/0CIOvpluru
— ANI (@ANI) July 22, 2019
बता दें कि कुमारस्वामी ने पिछले सप्ताह गुरुवार को विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव रखा था. सत्तारूढ़ कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन के 16 विधायकों के इस्तीफे और दो निर्दलीय विधायकों के समर्थन वापस लेने के कारण सरकार का भविष्य अधर में है. राज्यपाल वजुभाई वाला ने पहले शुक्रवार दोपहर डेढ़ बजे तक और बाद में दिन की समाप्ति तक विश्वास प्रस्ताव पर प्रक्रिया पूरी करने को कहा था. शुक्रवार को प्रक्रिया पूरी नहीं होने के बाद अध्यक्ष ने सरकार से यह वादा लिया था कि वह इसे सोमवार को अवश्य पूरा करेगी.
भाषा इनपुट