क्या भोपाल से लोकसभा चुनाव लड़ेंगी करीना कपूर? एक्ट्रेस ने दिया ये जवाब
करीना कपूर खान ने यह साफ कर दिया है कि उनका पूरा फोकस फिल्में हैं, राजनीति नहीं. करीना ने राजनीति में कदम रखने के सभी खबरों को गलत करार दिया. उन्होंने कहा कि मुझे किसी भी पार्टी ने चुनाव लड़ने के लिए अप्रोच नहीं किया है."
बॉलीवुड एक्ट्रेस करीना कपूर खान (Kareena Kapoor Khan) इस चुनावी मौसम में राजनीति में कदम रखने वाली हैं. इस बात की चर्चा जोरों पर है. हाल ही में कांग्रेस के कुछ पार्षदों ने भोपाल लोकसभा सीट जीतने के लिए करीना के चुनाव लड़ने का की बात कही थी. इस सिलसिले में कांग्रेस पार्षदों ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस कमेटी प्रमुख कमलनाथ को चिट्ठी लिख गुजारिश की थी कि वह बहू को चुनाव लड़ाएं. पार्टी द्वारा यह भी दावा किया जा रहा था कि कांग्रेस जिस भोपाल सीट को लगभग 40 साल से हार रही है, वहां पर करीना पार्टी को जीत दिला सकती हैं.
अब इस पूरे मामले पर करीना कपूर खान का बयान सामने आया है. एक्ट्रेस ने यह साफ कर दिया है कि उनका पूरा फोकस फिल्में हैं, राजनीति नहीं. करीना ने राजनीति में कदम रखने के सभी खबरों को गलत करार दिया. उन्होंने कहा कि मुझे किसी भी पार्टी ने चुनाव लड़ने के लिए अप्रोच नहीं किया है."
बता दें कि कुछ कांग्रेसी नेताओं ने भोपाल से करीना कपूर खान को कांग्रेस प्रत्याशी बनाने की मांग रखी थी. इन नेताओं का नेतृत्व पार्षद गुड्डू चौहान कर रहे हैं. कांग्रेस पार्षदों का मानना है कि भोपाल में बीजेपी की पकड़ मजबूत है. युवाओं में करीना कपूर की अच्छी फैन फॉलोइंग है और करीना युवाओं का वोट हासिल कर पाएंगी. इसके अलावा महिला होने के नाते करीना महिलाओं के भी अच्छे खासे वोट लेने में कामयाब हो सकती हैं. कांग्रेस पार्षदों का मानना है कि भोपाल में बीजेपी के अभेद किले को ढहाना है तो पटौदी खानदान की बहू करीना को कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ाया जाए. करीना ही यहां बीजेपी को हरा सकती हैं.
गौरतलब है कि करीना के ससुर और पूर्व क्रिकेटर मंसूर अली खान पटौदी 1991 में भोपाल से लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं. राजीव गांधी ने उन्हें टिकट दिया था और प्रचार के लिए भोपाल आए थे. हालांकि पटौदी चुनाव हार गए थे. नवाब पटौदी की पत्नी शर्मिला टैगोर राजनीति में सक्रिय रहीं और यहां चुनाव प्रचार के लिए आती रही हैं, उनके नाम पर भी चर्चाएं उठीं, लेकिन शर्मिला यहां से कभी चुनाव नहीं लड़ीं.