जम्मू-कश्मीर: 4 नेताओं को नजरबंदी से किया गया रिहा, आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद से ही हिरासत में रखा गया था
जम्मू-कश्मीर से केंद्र सरकार के आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद ही वहां के मौजूदा हालात को लेकर लगातार बयानबाजी होती रही है. इसी बीच एक बड़ी खबर सामने आ रही है. बताना चाहते है कि कश्मीर में चार नेताओं को नजरबंदी से प्रशासन ने रिहा कर दिया गया है. इन नेताओं में नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) के अब्दुल मजीद लारमी, गुलाम नबी भट्ट, डॉ. मोहम्मद शफी और मोहम्मद यूसुफ भट्ट का समावेश हैं. उल्लेखनीय है कि 5 अगस्त 2019 को कश्मीर घाटी से केंद्र की मोदी सरकार ने आर्टिकल 370 को हटाए जाने के बाद से इन्हें नजरबंद किया गया था.
नई दिल्ली. जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) से केंद्र सरकार (Central Government) के आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद ही वहां के मौजूदा हालात को लेकर लगातार बयानबाजी होती रही है. इसी बीच एक बड़ी खबर सामने आ रही है. बताना चाहते है कि कश्मीर में चार नेताओं को नजरबंदी से प्रशासन ने रिहा कर दिया गया है. इन नेताओं में नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) के अब्दुल मजीद लारमी, गुलाम नबी भट्ट, डॉ. मोहम्मद शफी और मोहम्मद यूसुफ भट्ट का समावेश हैं. उल्लेखनीय है कि 5 अगस्त 2019 को कश्मीर घाटी से केंद्र की मोदी सरकार ने आर्टिकल 370 को हटाए जाने के बाद से इन्हें नजरबंद किया गया था.
ज्ञात हो कि इससे पहले 17 जनवरी को जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने हिरासत में रखे गए नेताओं को रिहा करने की चल रही प्रक्रिया के तहत एक पूर्व मंत्री समेत चार पूर्व विधायकों को रिहा किया था. इन नेताओं में हाजी अब्दुल रशीद, नजीर अहमद गुरेजी, मोहम्मद अब्बास वानी और पूर्व मंत्री अब्दुल हक खान का समावेश था. यह भी पढ़े-आर्टिकल 370 हटने के 5 महीने बाद लद्दाख के करगिल में इंटरनेट शुरू
ANI का ट्वीट-
रिपोर्ट के अनुसार जम्मू-कश्मीर में इन नेताओं की रिहाई के साथ अभी घाटी में हिरासत में 17 नेता सिर्फ बचे हैं, जिनमें पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती का समावेश है.
गौर हो कि केंद्र सरकार ने 5 अगस्त को जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने के साथ ही जम्मू-कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा वापस ले लिया गया था और लद्दाख के साथ ही उसको केंद्र शासित प्रदेश बना दिया था.