श्रीनगर, 3 नवंबर : जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) पुलिस ने पिछले महीने एक भाजपा नेता पर हुए आतंकी हमले की गुत्थी सुलझा ली है. इस हमले में बीजेपी (BJP) नेता तो बच गया था, लेकिन इसमें एक पुलिसकर्मी शहीद हो गया था, जबकि एक आतंकवादी ढेर कर दिया गया था. अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि इस मामले की गुत्थी को सुलझा लिया गया है. इस सिलसिले में तीन आतंकी साथियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और उनके कब्जे से हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया है.
पुलिस ने कहा कि छह अक्टूबर को आतंकवादियों ने नूनर गांदेरबल (Nunar Ganderbal) में भाजपा के जिला उपाध्यक्ष गुलाम कादिर पर हमला किया था, जिसमें हमले में शामिल त्राल के शब्बीर अहमद शाह नामक एक आतंकवादी (Terrorist) को जवाबी फायरिंग में मौके पर ही मौत के घाट उतार दिया गया. इस हमले में एक कांस्टेबल, मोहम्मद अल्ताफ को भी घटना के दौरान बंदूक की गोली लग गई, जिसके बाद वह शहीद हो गया.
पुलिस ने कहा, "जांच के दौरान गांदेरबल के एक कैसर अहमद शेख के हमले में शामिल होने का खुलासा हुआ. 30 अक्टूबर को इस विषय पर लगातार पूछताछ करने पर पता चला कि वह हिजबुल मुजाहिदीन का सक्रिय सदस्य है और उसने हमले में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी." उसके खुलासे के आधार पर पुलिस ने तीन राउंड गोला-बारूद और कुछ पाकिस्तानी झंडे के साथ एक पिस्तौल और एक मैग्जीन बरामद की है.
निरंतर पूछताछ के दौरान शेख ने अपने दो सहयोगियों की पहचान का खुलासा भी किया है. इनमें बर्नबुग कंगन का हिलाल अहमद मीर, जो कि एसकेआईएमएस में एटीएम गार्ड के तौर पर काम करता है और दूसरा एसएमएचएस का निजी सुरक्षा गार्ड सेर गांदरबल का आसिफ अहमद मीर शामिल है. इन्हें भी पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है. इनके कब्जे से एक चीनी पिस्तौल और गोला बारूद, दो डेटोनेटर, पाकिस्तानी झंडे और अन्य हानिकारक सामग्री बरामद की गई है. पुलिस ने कहा, "तीनों दक्षिण कश्मीर में आतंकवादी गुर्गो के संपर्क में आए थे और उन्हें स्थानीय राजनीतिक कार्यकर्ताओं की एक हिट लिस्ट तैयार करने का काम सौंपा गया था."