केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का बड़ा बयान, देश के इंच-इंच से खदेड़े जाएंगे घुसपैठिए

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में NRC मुद्दे पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि हम घुसपैठियों की पहचान करेंगे और उनको उनके देश वापस भेजेंगे. अमित शाह ने कहा कि हम देश के एक एक इंच जगह से घुसपैठ को हटाएंगे. उन्होंने कहा कि घुसपैठियों की पहचान किया जाएगा और उन्हें फिर उनके देश वापस भेजा जाएगा.

अमित शाह (Photo Credits-ANI Twitter)

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Union Home Minister Amit Shah) ने राज्यसभा (Rajya Sabha) में NRC मुद्दे पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि हम घुसपैठियों की पहचान करेंगे और उनको उनके देश वापस भेजेंगे. अमित शाह ने कहा कि हम देश के एक एक इंच जगह से घुसपैठ को हटाएंगे. उन्होंने कहा कि घुसपैठियों की पहचान किया जाएगा और उन्हें फिर उनके देश वापस भेजा जाएगा. अमित शाह ने राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान एक पूरक प्रश्न के जवाब में यह बात कही. राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) को लेकर केंद्र और असम सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल की है. दोनों सरकारों ने NRC की डेडलाइन 31 जुलाई से बढ़ाने की गुजारिश की है.

बता दें कि असम में अयोग्य पाए जाने के बाद राष्ट्रीय नागरिक पंजी (NRC) के मसौदे में से एक लाख से अधिक लोगों के नाम हटाए गए हैं, जो पिछले साल 30 जुलाई को प्रकाशित सूची से हटाए गए 40 लाख नामों के अतिरिक्त हैं. एनआरसी के राज्य समन्वयक की ओर से जारी एक बयान के अनुसार नागरिक पंजीकरण के स्थानीय रजिस्ट्रारों (एलआरसीआरएस) की सत्यापन प्रक्रिया में 1,02,462 लोगों को अयोग्य घोषित किया गया.

यह भी पढ़ें:- सेना बोली LAC पर नहीं हुई कोई चीनी घुसपैठ, फिर भी लोकसभा में कांग्रेस ने दिया स्थगन प्रस्ताव

असम में अवैध प्रवासियों की पहचान करने के लिए 1951 से पहली बार इस सूची को अद्यतन किया जा रहा है. असम में एनआरसी सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में अद्यतन की जा रही है और अंतिम सूची 31 जुलाई को जारी होनी है.

गौरतलब है कि 30 जुलाई 2018 को प्रकाशित मसौदे में 2.9 करोड़ लोगों के नाम शामिल किए गए थे. इसके लिए कुल 3.29 करोड़ लोगों ने आवेदन किया था. मसौदे में 40 लाख लोगों को छोड़ दिया गया था. 31 दिसंबर की रात को प्रकाशित पहले मसौदे में 1.9 करोड़ नाम थे.

Share Now

\