मुंबई: बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत (kangana Ranaut) द्वारा मुंबई को 'पीओके' कहने पर शिवसेना सांसद संजय राउत व महाराष्ट्र सरकार के साथ छिड़ी जुबानी जंग के बीच बुधवार की दोपहर वह मायानगरी मुंबई पहुंचीं. उनके मुंबई पहुंचने से पहले ही बीएमसी (BMC) की टीम ने उनके ऑफिस पर बुलडोजर चला दिया. हालांकि उनके वकील द्वारा कोर्ट में रुख करने के बाद कार्रवाई को बीच में ही बीएमसी को रोकना पड़ा. लेकिन कोर्ट का आदेश आने तक उनके ऑफिस को नुकसान पहुंचाया जा चुका था. सरकार द्वारा कंगना के खिलाफ की जा रही कार्रवाई को हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर (Jairam Thakur) ने निंदा करते हुए शिवसेना की जड़े खत्म होने की बात कही हैं.
मीडिया ने सीएम जयराम से कंगना के खिलाफ सामना अखबार में लिखे लेख और उनके खिलाफ हो रहे कार्रवाई को लेकर सवाल पूछा. जिस पर उन्होंने कहा- सामना में कगना के बार में क्या लिखा गया हैं. उन्हें नहीं मालूम क्योंकि उन्होंने सामना अखबर नहीं पढ़ा है. इसलिए सामना अख़बार के बारे में बात नहीं करना चाहते हैं. वहीं उन्होंने यह जरूर कहा कि शिवसेना का गठन जिस उद्देश से हुआ था. अब उसकी जड़ें खत्म हो रही है. उसकी स्थिति तब से कांग्रेस जैसी हो गई जब से वह उनके साथ सत्ता में आई. यह सिर्फ अपनी सत्ता को सुरक्षित रखने के लिए ऐसा कर रहे हैं. यह भी पढ़े: Kangana Ranaut Bungalow Demolition: बॉम्बे हाई कोर्ट ने कंगना रनौत के बंगले पर BMC की कार्रवाई पर लगाई रोक
Don't want to talk about Saamna, I didn't read it but roots of Shiv Sena are being finished. The objective with which Shiv Sena was formed...its situation became like Congress ever since it came to power with them. They're saying this to safeguard their power: Himachal Pradesh CM https://t.co/fhDshoGqdH pic.twitter.com/ID0aFG3te1
— ANI (@ANI) September 9, 2020
वहीं उन्होंने कंगना के खिलाफ जो आचरण महाराष्ट्र सरकार की तरफ से किया जा रहा है. उस पर उन्होंने कहा कि वह पूरी तरह से दुर्भाग्यपूर्ण है. मै इसकी निंदा करता हूं. वहीं उन्होंने कंगना के बारे में कहा कि हिमाचल की बेटी कंगना रनौत ने सिर्फ अपनी आवाज बुलंद की और कुछ बातों का जिक्र किया. ऐसे में महाराष्ट्र द्वारा जो बदले ही भावना में कार्रवाई की जा रही हैं वह गलत है.
बता दें कि कंगना रनौत के बयान का जहां मुंबई में शिवसेना विरोध कर रही है. मुंबई पहुंचने पर एयरपोर्ट पर उन्हें काले झंडे दिखाए गए. वहीं कुछ लोग सरकार के विरोध में खड़े हुए है. लोगों को कहना है कि महाराष्ट्र सरकार को कंगना के ऑफिस पर बुलडोजर चलवाकर बदले की कार्रवाई नहीं करनी चाहिए थी. हालांकि कंगना ने अपने हर एक बयान में शिवसेना के साथ ही महाराष्ट्र सरकार को चुनौती दे रही हैं कि वह गलत नहीं हैं. इसलिए किसी से वह डरने वाली नहीं हैं.