अहमदाबाद: राज्यसभा चुनाव (Rajya Sabha Election) से ठीक पहले मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के बाद अब गुजरात (Gujarat) में सियासी हलचल तेज हो गई है. दोनों ही राज्यों में कांग्रेस का संकट गहराता जा रहा है. एक ओर मध्य प्रदेश में कांग्रेस (Congress) के कई धुरंधर नेता पार्टी का साथ छोड़कर चले गए है, तो वहीं गुजरात में कई जाने की फिराक में है. रविवार को गुजरात विधानसभा के अध्यक्ष राजेन्द्र त्रिवेदी (Rajendra Trivedi) ने बताया कि कांग्रेस के चार विधायकों ने उन्हें अपना इस्तीफा सौंपा हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गुजरात में कांग्रेस के पांच विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है. इसमें कांग्रेस नेता प्रवीण मारू भी शामिल है. हालांकि गुजरात विधानसभा स्पीकर राजेन्द्र त्रिवेदी ने साफ़ कहा कि अब तक उनके पास कांग्रेस के चार विधायकों का इस्तीफ आया है. उन्होंने कहा कि वह सोमवार को विधानसभा में इस्तीफा देने वाले विधायकों के नामों की घोषणा करेंगे. इसके उलट कांग्रेस ने अपने विधायकों के इस्तीफे को अफवाह बता रही है. मध्य प्रदेश : कांग्रेस के बागी विधायकों ने केंद्रीय बलों की सुरक्षा मांगी
Gujarat Congress MLA Virjibhai Thummar on reports of resignation by two party legislators: Rumours are rife but the party hasn't received any resignation. MLA Somabhai Patel was in touch with Congress till yesterday. I tried but couldn't contact JV Kakadia, another legislator. pic.twitter.com/zWiL0lJirh
— ANI (@ANI) March 15, 2020
गुजरात के कांग्रेस विधायक विरजीभाई ठुम्मर (Virjibhai Thummar) ने रविवार को इस्तीफे की खबरों को खारिज करते हुए कहा कि अफवाहें उड़ रही हैं लेकिन पार्टी को किसी का इस्तीफा नहीं मिला है. विधायक सोमाभाई पटेल (Somabhai Patel) कल तक कांग्रेस के संपर्क में थे, हालांकि विधायक जेवी काकडिया (JV Kakadia) से संपर्क नहीं हो पाया है.
उल्लेखनीय है कि राज्यसभा चुनाव को देखते हुए बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही अपने विधायकों को बचाने के जुगात में लगे है. हालांकि कांग्रेस का संकट बड़ा मालूम पड़ रहा है. शायद इसी वहज से कांग्रेस ने शनिवार को अपने 14 विधायकों को फ्लाइट से राजस्थान भेजा और पांच विधायकों को सड़क मार्ग से राजस्थान रवाना किया. कांग्रेस का आरोप है कि बीजेपी अपने धन और बाहुबल से राज्यसभा चुनाव को प्रभावित करना चाहती है.
182 सदस्यीय गुजरात विधानसभा में बीजेपी के पास 103, जबकि कांग्रेस के पास 73 विधायक हैं. राज्यसभा के उम्मीदवार को जीतने के लिए 37 वोटों की जरूरत होगी. दोनों पार्टियों के पास दो सीटें जीतने के लिए पर्याप्त ताकत है. हालांकि कांग्रेस को यह भी उम्मीद है कि निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी उनके पक्ष में वोट करेंगे. गुजरात की चार राज्यसभा सीटों में से फिलहाल बीजेपी के पास तीन और कांग्रेस के पास मात्र 1 सीट है.