क्या गुजरात में भी होगा सियासी नाटक? कांग्रेस ने डिप्टी CM नितिन पटेल को दिया बड़ा ऑफर
कांग्रेस के एक विधायक ने सोमवार को गुजरात विधानसभा में खुले तौर पर उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल को मुख्यमंत्री पद का ऑफर दे दिया. कांग्रेस विधायक का कहना है कि यदि पटेल 20 विधायकों के साथ उनकी पार्टी में शामिल होते हैं तो पार्टी उन्हें राज्य की कमान सौपेंगी.
कांग्रेस के एक विधायक ने सोमवार को गुजरात विधानसभा में खुले तौर पर उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल (Nitin Patel) को मुख्यमंत्री पद का ऑफर दे दिया. कांग्रेस विधायक का कहना है कि यदि पटेल 20 विधायकों के साथ उनकी पार्टी में शामिल होते हैं तो पार्टी उन्हें राज्य की कमान सौपेंगी. सोमवार को विधानसभा में प्रश्नकाल में चर्चा के दौरान ही अमरेली जिले के लाठी विधानसभा क्षेत्र से विधायक विरजी थुम्मार ने अचानक उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल का नाम लिया. विरजी ने नितिन पटेल को 20 विधायकों के साथ बीजेपी छोड़ कांग्रेस में आने का खुला ऑफर दे दिया. उन्होंने कहा कि आप 20 विधायकों के साथ कांग्रेस ज्वॉइन करें, हम आपको मुख्यमंत्री बनाएंगे. विरजी के इस बयान के बाद विधानसभा में हंगामा शुरू हो गया.
सदन में जिस समय थुम्मार ने यह ऑफर दिया नितिन पटेल वह वहां मौजूद थे लेकिन उन्होंने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी. कांग्रेस विधायक ने कहा, 'यदि पटेल हमारे साथ आते हैं तो मैं अपनी पार्टी को उन्हें मुख्यमंत्री बनाने के लिए तैयार है. थुम्मार ने कहा, 'मैंने सदन में नितिनभाई से कहा कि वह अकेले नहीं हैं. कांग्रेस उनके साथ है. यदि वह बीजेपी में अकेला महसूस करते हैं तो वह 20 से ज्यादा विधायकों के साथ हमारे साथ आ सकते हैं और कांग्रेस के समर्थन से उन्हें मुख्यमंत्री बनाया जाएगा.
मुख्यमंत्री विजय रूपाणी (CM Vijay Rupani) और उपुख्यमंत्री नितिन पटेल के बीच नाराजगी लंबे समय है. अपने एक ताजा बयान में नितिन पटेल ने कहा था कि सब एक ओर हैं और वे दूसरी ओर अकेले हैं. उन्होंने कहा, कई लोगों को वे नापसंद हैं और उन्हें अकेला करने की कोशिशें होती रहती है लेकिन फिर भी वे मां उमिया के आशीर्वाद से यहां खड़े हैं.
पाटीदार समुदाय के नेता नितिन पटेल एक समय मुख्यमंत्री बनने की रेस में सबसे आगे माने जा रहे थे. लेकिन आखिरी वक्त पर विजय रुपाणी मुख्यमंत्री बन गए और नितिन को उपमुख्यमंत्री पद से संतोष करना पड़ा था. तभी से नितिन पटेल पार्टी से कुछ नाराज चल रहे हैं. कांग्रेस अब इस आपसी अनबन को लेकर राजनीति कर रही है.