नई दिल्ली:- आर्मी चीफ बिपिन रावत (Chief of Army Staff Bipin Rawat) के लीडरशिप वाले बयान पर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने निशाना साधा है. असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट कर लिखा, अपने कार्यालय की सीमा जानना भी एक लीडरशिप ही है. अगुवाई वो है जो नागरिकता को सर्वोच्च स्थान पर रखे और उस संस्था की अखडंता को बरकरार रखें जिसकी आप अगुवाई कर रहे हो. वहीं दिग्विजय सिंह ने निशाना ने निशाना साधते हुए ट्वीट कर लिखा, मैं आपसे सहमत हूं जनरल साहब, लेकिन नेता वो भी नहीं है जो अपने समर्थकों को सांप्रदायिक आधार पर नरसंहार के लिए भड़काता है. क्या जनरल साहब आप मेरी बात से सहमत हैं ?
बता दें कि भारतीय सेना (Indian Army) के प्रमुख जनरल बिपिन रावत (Bipin Rawat) ने गुरुवार को विश्वविद्यालयों (Universities) और कॉलेजों के प्रदर्शन पर सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि लीडरशीप (Leadership) वह नहीं है जो लोगों को गलत दिशा में लेकर जाती हो. आज हम सब बड़ी संख्या में यूनिवर्सिटी और कॉलेजों (Colleges) में छात्रों की अगुआई में कई शहरों में भीड़ और लोगों को हिंसक प्रदर्शन करते देख रहे हैं. यह लीडरशीप नहीं है. लीडरशिप पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि यह एक मुश्किल काम है क्योंकि जब आप आगे बढ़ते हैं तो बड़ी संख्या में लोग आपको फॉलो करते हैं. यह भी पढ़ें:- अमित शाह बोले- दिल्ली में अशांति के लिए कांग्रेस के नेतृत्व वाली टुकड़े-टुकड़े गैंग जिम्मेदार, जनता को देना चाहिए दंड.
असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट कर लिखा
Leadership is knowing the limits of one’s office.
It is about understanding the idea of civilian supremacy & preserving the integrity of the institution that you head https://t.co/qqbxgGj72j
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) December 26, 2019
दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर लिखा
"Leaders Not Those Who Lead Masses In Arson": Army Chief On Citizenship Protests
I agree General Saheb but also Leaders are not those who allow their followers to indulge in Genocide of Communal Violence. Do you agree with me General Saheb? https://t.co/rOo0vFGMIf
— digvijaya singh (@digvijaya_28) December 26, 2019
गौरतलब हो कि नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ जामिया विश्वविद्यालय ( Jamia Millia Islamia) में जमकर बवाल हुआ था. दिल्ली मध्य के पुलिस उपायुक्त मनदीप सिंह रंधावा ने सोमवार को कहा था कि जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी में प्रदर्शनकारी छात्रों और पुलिस के बीच रविवार को हुए संघर्ष में 30 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. उन्होंने कहा कि इस दौरान लगभग 100 निजी वाहन क्षतिग्रस्त हुए हैं. उन्होंने कहा कि इस दौरान 39 प्रदर्शनकारी घायल हुए हैं. इस मामले में दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने 10 लोगों को गिरफ्तार किया था.