PM मोदी के धुर-विरोधी पूर्व IPS संजीव भट्ट को पुलिस ने हिरासत में लिया
गुजरात के पूर्व पुलिस अधिकारी संजीव भट्ट को एक फर्जी मादक प्रदार्थ के जुडें केस के मामले में गुजरात की सीआईडी क्राईम पुलिस ने उन्हें पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है.
अहमदाबाद: गुजरात के पूर्व पुलिस अधिकारी संजीव भट्ट ने 1998 में एक वकील को फर्जी मादक प्रदार्थ के जुडें मामले में गिरफ्तार किया था. करीब 20 साल बाद गुजरात की सीआईडी क्राईम ने भट्ट के साथ 6 और लोगों को हिरासत में लिया है. सभी लोगों को हिरासत में लेने के बाद पुलिस इस मामले में पूछताछ कर रही है. भट्ट के बारे में कहा जा रहा है कि पुलिस इन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर सकती है.
खबरों के मुताबिक संजीव भट्ट को 1998 में पालनपुर में मादक पदार्थों की खेती करने के मामले में उन्होंने वकील को गिरफ्तार किया था. उस समय वे बनासकांठा के डीसीपी थे. इसमें तत्कालीन पुलिस सब इंस्पेक्टर व्यास भी शामिल हैं जो अब रिटायर हो चुके हैं. पुलिस ने इन लोगों के साथ इन्हें भी पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है. इन लोगों के हिरासत में लेने को लेकर सीआईडी क्राइम का कहना है कि इन सभी लोगों के खिलाफ प्रर्याप्त सबूत मिलने के बाद ही सभी लोगों को हिरासत में लिया गया है.
बता दें कि संजीव भट्ट 1988 बैच के आईपीएस अधिकारी है. उन्हें गुजरात सरकार की सरकारी गाड़ी और कमांडो का गलत इस्तेमाल किए जाने के आरोप में दोषी पाए जाने के बाद 2015 में राज्य सरकार ने उन्हें नौकरी से बर्खास्त कर दिया था. जिसके बाद से वे बर्खास्त ही चल रहें है. वे गुजरात दंगों के संदर्भ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के धुर विरोधी बताए जातें है.