नई दिल्ली:- कई दिनों से चल रहे किसान आंदोलन (Farmers Protest) को सुलझाने की कोशिश अब तक कामयाब नहीं हुई है. किसानों के साथ सरकार की हुई बैठक का कोई नतीजा नहीं निकल सका है. दूसरी तरफ केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों (Farm Laws) के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर किसान डटे हुए हैं. आंदोलन कर रहे किसानों का कहना है जब तक सरकार उनकी मांगो पर राजी नहीं होगी. उनका आंदोलन जारी रहेगा. किसान आंदोलन के समर्थन में कई राजनीतिक दल खुलकर केंद्र सरकार के खिलाफ खड़े हो गए हैं. इसी बीच विरोधी दल के कुछ नेता महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात करेंगे. जहां मुलाकात के दौरान कृषि कानूनों और देश में चल रहे किसान आंदोलन पर अपना पक्ष रखेंगे.
वहीं, सीपीआई (मार्क्सवादी) नेता सीताराम येचुरी (Sitaram Yechury) ने बताया कि विपक्षी दलों का एक संयुक्त प्रतिनिधिमंडल (Joint Delegation) कल शाम 5 बजे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ram Nath Kovind) से मिलेगा. प्रतिनिधिमंडल में राहुल गांधी (Rahul Gandhi), शरद पवार (Sharad Pawar) और अन्य नेता शामिल होंगे. COVID-19 प्रोटोकॉल के कारण, केवल 5 लोगों को उनसे मिलने की अनुमति दी गई है. बता दें कि इस दौरान मंगलवार को गृमंत्री अमित शाह से किसान नेताओं की मुलाकत आज यानी मंगलवार को होनी है. Bharat Bandh: कृषि बिल के खिलाफ किसानों का हल्ला बोल जारी, गृहमंत्री अमित शाह से आज शाम 7 बजे मिलेंगे किसान नेता.
ANI का ट्वीट:-
A joint delegation of Opposition parties will meet President Kovind tomorrow at 5 pm. The delegation will include Rahul Gandhi, Sharad Pawar and others. Due to COVID19 protocol, only 5 people have been allowed to meet him: Sitaram Yechury, CPI (Marxist)#FarmLaws pic.twitter.com/jHlfeQRWsW
— ANI (@ANI) December 8, 2020
गौरतलब हो कि केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर इससे पहले भरोसा दिलाया है कि बातचीत से ही किसानों की समस्या का समाधान होगा. इस दौरान उन्होंने एक बार फिर से राजनीतिक दलों से किसानों के नाम पर सियासत नहीं करने की अपील की है. नरेंद्र सिंह तोमर ने मंगलवार को यहां संवाददताओं से बातचीत के दौरान किसान आंदोलन में आगे आने वाले राजनीतिक दलों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि, वे अपने गिरेबान में झांक कर देखें कि वे या तो पहले अपने घोषणा पत्र में किसानों को गुमराह कर रहे थे या अब उनको गुमराह करने का काम कर रहे हैं.