Farmers Protest: केंद्र और किसानों की बातचीत से पहले कांग्रेस ने साधा निशाना, कहा-ये MSP पर नहीं बल्कि अन्नदाता पर वार है
कृषि कानूनों को लेकर किसानों का घमासान खत्म हो गया या नहीं यह कुछ ही घंटों में पता चल जाएगा. आज केंद्र और किसानों के बीच आठवें दौर की वार्ता दोपहर 2 बजे शुरू होगी. बिजली बिल, प्रदुषण के मुद्दे पर मोदी सरकार मान गई है लेकिन एमएसपी और कानूनों को वापस करने की मांग नहीं मानी है. बैठक से ठीक पहले कांग्रेस ने केंद्र पर हमला बोलते हुए कहा है कि ये MSP पर नहीं बल्कि अन्नदाता पर वार है.
नई दिल्ली, 4 जनवरी. कृषि कानूनों (Farmers Protest) को लेकर किसानों का घमासान खत्म हो गया या नहीं यह कुछ ही घंटों में पता चल जाएगा. आज केंद्र और किसानों के बीच आठवें दौर की वार्ता दोपहर 2 बजे शुरू होगी. बिजली बिल, प्रदुषण के मुद्दे पर मोदी सरकार (Modi Govt) मान गई है लेकिन एमएसपी (MSP) और कानूनों को वापस करने की मांग नहीं मानी है. बैठक से ठीक पहले कांग्रेस (Congress) ने केंद्र पर हमला बोलते हुए कहा है कि ये MSP पर नहीं बल्कि अन्नदाता पर वार है.
कांग्रेस ने एक वीडियो साझा करते हुए ट्वीट किया कि मोदी सरकार के काले कानून मंडी व्यवस्था को नष्ट कर रहे हैं, MSP पर वार कर रहे हैं. ये सिर्फ मंडी व्यवस्था और MSP पर वार नहीं है; बल्कि अन्नदाता पर वार है. वीडियो कहा गया है कि हरियाणा सहित पुरे देश का किसान अब बच नहीं सकता है. यह भी पढ़ें-Farmers Protest: राहुल गांधी का केंद्र पर निशाना, कहा-बारिश में टेंट की टपकती छत के नीचे ठिठुर रहा किसान, सरकार की क्रूरता के दृश्यों में, देखने को बचा कुछ नहीं
कांग्रेस का ट्वीट-
वहीं किसानों की तरफ से कहा जा रहा है कि अगर केंद्र के बातचीत में बात नहीं बनती है तो वे दिल्ली में 26 जनवरी को ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे. हालांकि किसानों को यह भी उम्मीद है कि केंद्र के साथ बातचीत अच्छी होगी और मामले का समाधान जल्द निकलेगा. वैसे कृषि बिल के खिलाफ किसानों के विरोध प्रदर्शन का आज 40वां दिन है.