नई दिल्ली: दिल्ली चुनाव के रुझानों में कांग्रेस के वोट शेयर में जबरदस्त गिरावट देखने को मिल रहा है, जहां पार्टी को 2015 चुनाव के मुकाबले कम वोट हासिल हुआ है. पार्टी के सूत्र ने दावा किया कि अगर कांग्रेस मजबूत स्थिति में होती तो भाजपा को अभी के मुकाबले और ज्यादा सीटें हासिल होतीं. कांग्रेस ने भाजपा और आप के मुकाबले लचर प्रचार अभियान चलाया था. दोनों(भाजपा और आप) के बीच मतदान का अंतर केवल 10 प्रतिशत का है.
पार्टी के एक नेता ने कहा, "कांग्रेस ने हथियार डाल दिए और अगर हमने चुनाव के दौरान आप के साथ गुप्त गठबंधन किया होता तो पार्टी की स्थिति दिल्ली में मजबूत होती.यह भी पढ़े: दिल्ली विधानसभा चुनाव नतीजे 2020: अमनातुल्लाह से लेकर इमरान हुसैन तक ये मुस्लिम उम्मीदवार चल रहे हैं आगे
ओखला से कांग्रेस नेता परवेज अहमद ने कहा, "कांग्रेस अल्पसंख्यक बहुल इलाकों में अच्छा करने की उम्मीद कर रही थी, लेकिन मुस्लिमों ने भाजपा के जीत के डर से आप को वोट किया.