गांधी परिवार के ATM थे धीरज साहू, बचाव में दिया गया उनका जवाब लोगों के गले नहीं उतर रहा: केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान

धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, "दुनिया जानती है कि धीरज साहू गांधी परिवार के ATM थे. उनका जो ये बचाव में उत्तर है एक हफ्ते बाद ये लोगों के गले नहीं उतर रहा है. एजेंसी अपना काम कर रही है. एक और विषय है कि पैसा आया कहां से? कई राज्यों की आबकारी नीति को धीरज साहू अपने मन से चलाते थे. गलत तरीके से धन बनाना उनका एक नया व्यवसाय बन गया था. धीरज साहू गांधी परिवार के खास आदमी थे."

केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने शनिवार को ओडिशा के भुवनेश्वर में कहा, "दुनिया जानती है कि धीरज साहू गांधी परिवार के ATM थे. उनका जो ये बचाव में उत्तर है एक हफ्ते बाद ये लोगों के गले नहीं उतर रहा है. एजेंसी अपना काम कर रही है. एक और विषय है कि पैसा आया कहां से? कई राज्यों की आबकारी नीति को धीरज साहू अपने मन से चलाते थे. गलत तरीके से धन बनाना उनका एक नया व्यवसाय बन गया था. धीरज साहू गांधी परिवार के खास आदमी थे." केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने ये बातें कांग्रेस सांसद धीरज प्रसाद साहू के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहीं.

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दरअसल, आयकर विभाग के छापे और उनसे जुड़े परिसरों से सैकड़ों करोड़ रुपये नकद की बरामदगी पर कांग्रेस सांसद धीरज प्रसाद साहू ने अपनी पहली प्रतिक्रिया में कहा कि आज जो हो रहा है वह मुझे दुखी करता है. मैं स्वीकार कर सकता हूं कि जो पैसा बरामद किया गया है वह मेरी फर्म का है. जो नकदी बरामद की गई है वह मेरी शराब फर्मों से संबंधित है, यह शराब की बिक्री से हुई कार्रवाई है. इस पैसे का कांग्रेस या किसी अन्य राजनीतिक दल से कोई लेना-देना नहीं है, जैसा कि कहा जा रहा है. सारा पैसा मेरा नहीं है, यह मेरे परिवार और अन्य संबंधित फर्मों का है. आयकर विभाग ने अभी छापा मारा है, मैं हर चीज का हिसाब दूंगा.

बता दें कि धीरज साहू के परिवार के स्वामित्व वाली बौध डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ आयकर अधिकारियों द्वारा तलाशी लिए जाने के दौरान 351 करोड़ रुपये जब्त किए गए. उधर, कांग्रेस का कहना है कि धीरज साहू से संबंधित परिसरों से बड़े पैमाने पर नकदी की जब्ती से उसका कोई लेना-देना नहीं है.

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