नई दिल्ली: देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने गुरुवार यानि आज दिल्ली के कालकाजी क्षेत्र में सीएए (CAA) और एनआरसी (NRC) पर बात करते हुए कहा कि, 'मै विपक्ष में बैठे लोगों से कहना चाहता हूं कि अगर उन्हें लगता है सरकार का विरोध करना उनका धर्म है और सरकार के खिलाफ जाना विपक्ष धर्म है तो विरोध करे लेकिन राष्ट्र धर्म को न भूलें. इस दौरान उन्होंने आगे कहा कि, 'पड़ोसी देश पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश इस्लामिक देश हैं, वहां पर धर्म के आधार पर भेदभाव और उत्पीड़न किया जाता है, लेकिन हमारा देश हिन्दू देश नहीं है बल्कि सेक्युलर देश है.
बता दें कि कुछ दिनों पहले ही उन्होंने नागरिकता संशोधन अधिनियम को संबोधित करते हुए कहा था कि सीएए को अब हिंदू-मुस्लिम के नजरिए से देखा जा रहा है. उन्होंने सीएए के समर्थन में मेरठ में आयोजित एक रैली में कहा कि जो मुस्लिम भारत का है, उसे कोई मां का लाल छू नहीं पाएगा. भारतीय जनता पार्टी (BJP) की क्षेत्रीय रैली के दौरान सिंह ने कहा कि सीएए विधेयक पिछली बार हमारे पास राज्यसभा में बहुमत न होने के कारण पारित नहीं हो पाया था.
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रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि, 'इस कानून को अब हिंदू-मुस्लिम के नजरिए से देखा जा रहा है. हमारे प्रधानमंत्री धर्म से इतर न्याय की बात करते हैं. गांधी जी ने भी कहा था कि धर्म के आधार पर विभाजन नहीं होना चाहिए.'
Defence Minister Rajnath Singh, in Kalkaji: I want to tell the people in the opposition that if you feel that you should oppose the govt and abide by 'vipaksh dharma' then do it, but don't overlook the 'rashtra dharma'. #DelhiElections pic.twitter.com/J3VJ3VndH6
— ANI (@ANI) January 30, 2020
रक्षा मंत्री ने कहा कि, 'हम राजनीति सरकार बनाने के लिए नहीं, बल्कि देश बनाने के लिए करते हैं और जो मुस्लिम भारत का नागरिक है, उसे कोई मां का लाल छू नहीं पाएगा.' उन्होंने कहा, "कुछ पार्टियां हिंदू-मुस्लिम करके सत्ता का स्वाद चखती हैं, लेकिन हमारी पार्टी ऐसी नहीं है. पाकिस्तान में अगर अल्पसंख्यकों के साथ उत्पीड़न होगा तो भारत को संवेदनशील होना पड़ेगा. जो महात्मा गांधी ने कहा था, वह हमारी पार्टी ने कर दिखाया.'