नई दिल्ली, 18 अक्टूबर : इजरायल और हमास के बीच चल रहे संघर्ष पर सीवोटर के एक विशेष सर्वे से पता चलता है कि अधिकांश भारतीयों को लगता है कि कांग्रेस फिलिस्तीन के खुले समर्थन में सामने आई है क्योंकि उसे उम्मीद है कि इसके परिणामस्वरूप आगामी चुनाव में उसे मुस्लिम वोट मिलेंगे. सर्वे के दौरान उत्तरदाताओं से पूछा गया : आप फिलिस्तीन के लिए कांग्रेस पार्टी के एकतरफा समर्थन को कैसे देखते हैं?
प्रत्येक 10 उत्तरदाताओं में से 3 से अधिक को लगता है कि पार्टी वास्तव में फिलिस्तीन की स्वतंत्रता का समर्थन करती है. लगभग 54 प्रतिशत उत्तरदाताओं की राय है कि यह रुख भारत में मुस्लिम मतदाताओं को खुश करने के लिए है. दिलचस्प बात यह है कि विपक्षी समर्थकों का एक बड़ा हिस्सा (42 प्रतिशत) सोचता है कि कांग्रेस केवल मुस्लिम वोटों को लुभा रही है. जबकि, 40 प्रतिशत को लगता है कि पार्टी वास्तव में फिलिस्तीन की परवाह करती है. यह भी पढ़ें : Fact Check: क्या सच में आपकी कॉल रिकॉर्डिंग कर रही केंद्र सरकार? WhatsApp की भी हो रही जासूसी? जानें इस दावे की सच्चाई
एनडीए समर्थकों के बीच कोई मतभेद नहीं है. एनडीए समर्थक के रूप में खुद की पहचान करने वाले हर चार उत्तरदाताओं में से लगभग तीन को लगता है कि कांग्रेस मुस्लिम वोटों का पीछा कर रही है. बता दें कि इजरायल और फिलिस्तीन के बीच संघर्ष ने 7 अक्टूबर को भयावह रूप ले लिया, जब 1,000 से अधिक हमास आतंकवादियों ने गाजा सीमा के पास एक संगीत समारोह और इजरायली इलाकों पर हमला कर दिया.