मुंबई/नई दिल्ली: महाराष्ट्र कांग्रेस ने मंगलवार को 28 मई को पालघर लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस द्वारा आचार संहिता का उल्लंघन किए जाने के मामले में चुनाव आयोग के समक्ष शिकायत दर्ज कराई है. महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रवक्ता सचिन सावंत ने बताया, "निर्वाचन आयोग के दिल्ली स्थित मुख्यालय में मुख्य चुनाव आयुक्त ओ. पी. रावत को तीन पन्नों की शिकायत याचिका सौंपी गई है."
शिकायत याचिका में कई उदाहरण दिए गए हैं, जिसमें फडणवीस पर चुनाव के दौरान आचार संहिता का उल्लंघन करने, कई परियोजनाओं की घोषणा करने, मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में न होने और अन्य विसंगतियों के बारे में बताया गया है.
यह याचिका पालघर में पराजित कांग्रेस उम्मीदवार दामोदर शिंगादा के नाम से भेजी गई है, जिसमें उन्होंने फडणवीस व अन्य संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है.
शिंगादा ने कहा है, "चुनाव के दौरान कांग्रेस ने इन उल्लंघनों के बारे में कई बार निर्वाचन अधिकारियों से शिकायत की, लेकिन निर्वाचन आयोग ने इस संबंध में कोई भी कार्रवाई नहीं की."
शिंगादा ने अपनी याचिका में फडणवीस की उन घोषणाओं की ओर भी इशारा किया, जिसमें उन्होंने 'खावटी' कर्ज माफी और जनजातीय लोगों के लिए नए 'खावटी' कर्ज की घोषणा की थी. इसके साथ ही फडणवीस ने पालघर में एक नए मेडिकल कॉलेज खोलने की भी घोषणा की थी.
याचिका में "फडणवीस के उस विवादस्पद बयान का भी जिक्र है, जिसमें उन्होंने किसी भी हाल में चुनाव जीतने के लिए भाजपा कार्यकर्ताओं को साम, दाम, दंड, भेद अपनाने के लिए कहा था."
शिंगादा ने अपनी याचिका में कहा है, "भाजपा कार्यकर्ताओं को स्थानीय जिला पार्टी प्रमुख के आदेश के अनुसार लोगों में नगदी बांटी थी."
याचिका में इस बात की ओर भी इशारा किया गया कि कैसे पालघर में 282 ईवीएम और भंडारा-गोंदिया में 250 ईवीएम तकनीकी खराबी की वजह घंटों तक नहीं चल पाए और दो निर्वाचन अधिकारियों ने अपने निजी वाहनों में ईवीएम पहुंचाए.
इससे छह दिन पहले शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने पालघर लोकसभा चुनाव को 'तमाशा' बताया था. 31 मई को, ठाकरे ने आरोप लगाया था कि निर्वाचन आयोग के अधिकारियों की जानकारी में बड़ी संख्या में ईवीएम में जालसाजी की गई.
राज्य में लोकसभा की दो सीटों पर हुए उपचुनाव में, भाजपा ने शिवसेना को पटकनी देकर पालघर संसदीय सीट अपने पास बरकरार रखी, वहीं भंडारा-गोंदिया सीट पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी(राकपा) को जीत नसीब हुई.