करतारपुर कॉरिडोर: ऐतिहासिक सिख धर्मस्थल पर मत्था टेकने पाकिस्तान पहुंचे कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू

कांग्रेस नेता और पंजाब के पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू शनिवार को पाकिस्तान के ऐतिहासिक करतारपुर साहिब गुरुद्वारे में मत्था टेकने के लिए यहां पहुंचे. वह अन्य लोगों के साथ इंटीग्रेटेड चेक प्वाइंट की ओर बढ़े. इससे पहले, सिद्धू को सरकार ने सिख 'जत्था' के साथ अनुमति दी थी जो कि करतारपुर कॉरिडोर के माध्यम से पाकिस्तान के करतारपुर साहिब गुरुद्वारे की यात्रा करेंगे.

पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू (Photo Credits: IANS)

कांग्रेस (Congress) नेता और पंजाब के पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) शनिवार को पाकिस्तान के ऐतिहासिक करतारपुर साहिब (Kartarpur Sahib) गुरुद्वारे में मत्था टेकने के लिए यहां पहुंचे. वह अन्य लोगों के साथ इंटीग्रेटेड चेक प्वाइंट की ओर बढ़े. इससे पहले, सिद्धू को सरकार ने सिख 'जत्था' के साथ अनुमति दी थी जो कि करतारपुर कॉरिडोर के माध्यम से पाकिस्तान के करतारपुर साहिब गुरुद्वारे की यात्रा करेंगे.

हालांकि, विदेश मंत्रालय ने सिद्धू को वाघा से होकर पाकिस्तान जाने की अनुमति नहीं दी थी. पाकिस्तान ने सिद्धू को इस आयोजन के लिए पहला निमंत्रण दिया था और उन्हें वीजा भी दिया था. 'जत्था' पाकिस्तान के सिख धार्मिक समुदाय के पवित्र तीर्थस्थल करतारपुर साहिब गुरुद्वारे की यात्रा कॉरिडोर के जरिए करेगा, जिसका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज उद्घाटन किया.

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माना जाता है कि करतारपुर साहिब गुरुद्वारा, जिसे दरबार साहिब गुरुद्वारा भी कहा जाता है, का निर्माण उस स्थान पर किया गया था जहां गुरु नानक की मृत्यु 16वीं शताब्दी में हुई थी. इसे 4.2 किलोमीटर लंबे करतारपुर साहिब कॉरिडोर से जोड़ा जाने वाला है. गलियारे का उद्घाटन करने के बाद, मोदी 12 नवंबर को पड़ने वाले गुरु नानक देव की 550वीं जयंती समारोह के अवसर पर पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में दरबार साहिब गुरुद्वारा जाने वाले तीर्थयात्रियों के पहले जत्थे को रवाना करेंगे.

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